भगवान राम आज भी सुशासन और न्याय के प्रेरणास्रोत: मनोज सिन्हा

भारतीय संस्कृति, कला और भक्ति के केंद्र अयोध्या की महिमा को समर्पित अयोध्या पर्व 11 से 13 अप्रैल तक इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) परिसर में आयोजित किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि अयोध्या केवल एक आध्यात्मिक केंद्र नहीं, बल्कि पवित्र नगर है जो व्यक्ति के मूल्य, संकल्प और आकांक्षाओं को भी प्रतिबिंबित करता है।
उन्होंने कहा कि भले ही भगवान श्रीराम का अवतार त्रेतायुग में हुआ, लेकिन वह आज भी सुशासन, न्याय और विकास के दूरदर्शी प्रतीक बने हुए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में तीन दिवसीय अयोध्या पर्व के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में सिन्हा ने कहा, मैं 22 जनवरी को केवल एक तिथि के रूप में नहीं देखता, बल्कि एक ऐसे पुल के रूप में देखता हूं जो अतीत को वर्तमान से महत्वपूर्ण रूप से जोड़ता है।
भारतीय संस्कृति, कला और भक्ति के केंद्र अयोध्या की महिमा को समर्पित अयोध्या पर्व 11 से 13 अप्रैल तक इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) परिसर में आयोजित किया जा रहा है।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी इस अवसर पर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। शेखावत ने कहा कि भगवान राम ने न केवल भारतीय विचारों और विविध क्षेत्रों में काम करने वाले व्यक्तियों को प्रेरित किया, बल्कि भारतीय संस्कृति के निरंतर प्रवाह को बनाए रखने के लिए आवश्यक ऊर्जा और दिशा भी प्रदान की है। फैजाबाद के पूर्व सांसद लल्लू सिंह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
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