पूरी हुई दादी विजयाराजे सिंधिया की मुराद, भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य
मंगलवार की सुबह जब देश होली मना रहा था, तभी सिंधिया ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की। इससे पहले, मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी के साथ सिंधिया की बैठक लगभग एक घंटे तक चली।
मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए। इस मौके पर सिंधिया ने कहा कि नड्डा जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देना चाहूंगा कि आपने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया और एक स्थान दिया है। सिंधिया ने कहा कि मेरे लिए 2 जीवन बदलने वाली घटनाएं हुई हैं - एक, जिस दिन मैंने अपने पिता को खोया और दूसरा, कल जब मैंने अपने जीवन के लिए एक नया रास्ता चुनने का फैसला किया ... कांग्रेस पार्टी अब वह पार्टी नहीं रही है कि वह पहले था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि जन सेवा का उद्देश्य उस पार्टी (कांग्रेस) द्वारा पूरा नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा, पार्टी की वर्तमान स्थिति यह इंगित करती है कि यह वैसा नहीं है जैसा वह हुआ करता था।
Jyotiraditya Scindia: I would like to thank JP Nadda ji, PM Narendra Modi, Home Minister Amit Shah that they invited me to their family and gave me a place in it. pic.twitter.com/HA1z21HPyK
— ANI (@ANI) March 11, 2020
गौरतलब है कि सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ ही मध्य प्रदेश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया जिससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है। सिंधिया का कांग्रेस में 18 साल का संबंध रहा है। ग्वालियर के सिंधिया राजघराने से ताल्लुक रखने वाले ज्योतिरादित्य विजयाराजे सिंधिया के पोते है।
#WATCH live via ANI FB: #JyotiradityaMScindia joins Bharatiya Janata Party (BJP) at party headquarters in Delhi. https://t.co/3mo97GEPcV pic.twitter.com/S9rMybAZRd
— ANI (@ANI) March 11, 2020
विजयाराजे सिंधिया जनसंघ और भाजपा की संस्थापक सदस्यों में रही हैं। उन्होंने जनसंघ और भाजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी जीता था। वहीं, ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस पर भरोसा जताया और पार्टी के साथ रहे। हालंकि, ज्योतिरादित्य की दो बुआ भाजपा में शुरू से ही रही हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया और यशोधरा राजे सिंधिया ने भाजपा की वरिष्ठ नेताओं में हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया कई बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं जबकि यशोधरा राजे मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़े पदों पर रही हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे दुष्यंत भी भाजपा के सांसद हैं।
मंगलवार की सुबह जब देश होली मना रहा था, तभी सिंधिया ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की। इससे पहले, मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी के साथ सिंधिया की बैठक लगभग एक घंटे तक चली। इसके बाद सिंधिया ने ट्विटर पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया। सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है।
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