Jama Masjid का सर्वे करने पहुंची टीम पर पथराव, पुलिस ने भीड़ पर किया बल प्रयोग, 10 लोगों को हिरासत में लिया
संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने कहा, 'कोर्ट के आदेश के अनुसार, संभल जिले में जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया जाना था। सर्वेक्षण के विरोध में कुछ लोग एकत्र हुए और सर्वेक्षण के समय पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने इस पर जवाबी कार्रवाई की।'
उत्तर प्रदेश के संभल में तनाव के बीच जामा मस्जिद का दूसरा सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है और कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है और हिंसा की जांच शुरू कर दी गई है। बता दें, स्थानीय अदालत में एक याचिका दाखिल करके दावा किया गया है कि उस स्थान पर हरिहर मंदिर था। इसके बाद अदालत ने जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया। अदालत के आदेश पर मंगलवार को पहले सर्वेक्षण हुआ था, तभी से इलाके में तनाव बना हुआ है। इस दौरान के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आये हैं।
संभल के एसपी ने क्या कहा?
संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने कहा, 'कोर्ट के आदेश के अनुसार, संभल जिले में जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया जाना था। सर्वेक्षण के विरोध में कुछ लोग एकत्र हुए और सर्वेक्षण के समय पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने इस पर जवाबी कार्रवाई की। जामा मस्जिद के परिसर के पास खड़ी उप-निरीक्षकों की कुछ गाड़ियों को आग लगा दी गई। वर्तमान में कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। हर जगह शांति और व्यवस्था कायम है। फिर से ड्यूटी लगाई जा रही है, सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।'
#WATCH उत्तर प्रदेश: संभल के SP कृष्ण कुमार ने कहा, "कोर्ट के आदेश के अनुसार, संभल जिले में जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया जाना था... सर्वेक्षण के विरोध में कुछ लोग एकत्र हुए और सर्वेक्षण के समय पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने इस पर जवाबी कार्रवाई की... जामा मस्जिद के परिसर के पास… https://t.co/gi36Pbq3nl pic.twitter.com/TmrqUEC7h3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2024
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संभल में क्या हुआ?
रविवार सुबह सात बजे करीब एक टीम दूसरी बार जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने पहुंची थी। टीम के विवादित स्थल पर पहुंचते ही भीड़ जमा हो गयी। भीड़ में से कुछ अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम और पुलिस पर पत्थरबाजी की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया। बता दें, सर्वेक्षण टीम में वकील विष्णु शंकर जैन भी शामिल थे। विष्णु शंकर जैन और उनके पिता हरि शंकर जैन ने ज्ञानवापी मस्जिद-काशी विश्वनाथ मंदिर विवाद सहित पूजा स्थलों से संबंधित कई मामलों में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व किया है।
पुलिस अधीक्षक की प्रतिक्रिया
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा, 'घटनास्थल के पास एकत्रित भीड़ में से कुछ उपद्रवी बाहर आए और उन्होंने पुलिस दल पर पथराव किया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले दागे।' उन्होंने कहा कि पथराव करने वालों और उन्हें उकसाने वालों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेसिया ने कहा, 'कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया लेकिन स्थिति अब शांतिपूर्ण है और सर्वेक्षण कार्य जारी है।'
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जामा मस्जिद की जगह था हरिहर मंदिर?
हिंदू पक्ष के स्थानीय वकील गोपाल शर्मा ने बताया कि अदालत में दाखिल उनकी याचिका में कहा गया है कि बाबरनामा और आइन-ए-अकबरी किताब में इस बात का उल्लेख है कि जिस जगह पर आज जामा मस्जिद है वहां कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था। उन्होंने यह भी दावा किया कि मंदिर को मुगल सम्राट बाबर ने 1529 में ध्वस्त कराया था।
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