उत्तर प्रदेश चुनाव: तिलहर सीट पर भाजपा, सपा उम्मीदवारों को संगे संबंधियों से मिल रही चुनौती

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सलोना ने यह भी दावा किया कि उनका अपने भाई रावेंद्र कुशवाहा से कोई संबंध नहीं है। तिलहर क्षेत्र से ही नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सरिता यादव ने पत्रकारों से कहा था, भाजपा की सरकार में मुस्लिमों और यादवों को उन्होंने (रोशन लाल वर्मा) बहुत परेशान किया है, इसलिए मैं चुनाव में खड़ी हुई हूं ताकि जनता को न्याय दिला सकूं।

शाहजहांपुर (उप्र)। उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर जिले की तिलहर विधानसभा सीट पर होने वाले चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवारों को अपने ही सगे संबंधियों से चुनौती मिल रही है। यहां भाजपा की उम्मीदवार सलोना कुशवाहा के खिलाफ उनके सगे भाई ने नामांकन पत्र दाखिल किया है जबकि इसी क्षेत्र के विधायक और सपा के उम्मीदवार रोशन लाल वर्मा के खिलाफ उनकी पुत्रवधू होने का दावा करने वाली सरिता यादव चुनाव मैदान में हैं। शाहजहांपुर जिले में दूसरे चरण में 14 फरवरी को मतदान होगा। जिले की तिलहर विधानसभा सीट पर सलोना के सगे भाई रावेंद्र कुशवाहा ने उनके विरुद्ध नामांकन किया है। रावेंद्र कुशवाहा ने कहा, जो बहन भाई की नहीं हुई वह आम जनता की क्या होगी। तिलहर विधानसभा क्षेत्र में पिछली बार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते रोशन लाल वर्माचुनाव से पहले सपा में शामिल हो गए थे। सपा ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। 

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इसी क्षेत्र में सपा से टिकट मांग रही सलोना कुशवाहा ने वर्मा के पाला बदलने के बाद भाजपा का रुख किया और भाजपा ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। यहां सपा प्रत्याशी रोशन लाल वर्मा के विरुद्ध उनकी पुत्रवधू होने का दावा करने वाली सरिता यादव तथा भाजपा की प्रत्याशी सलोना कुशवाहा के विरुद्ध उनके सगे भाई रावेंद्र कुशवाहा के चुनाव लड़ने से मुकाबला रोचक हो गया है। रावेंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों से कहा, मैं भाजपा प्रत्याशी सलोना कुशवाहा का सगा भाई हूं और मैंने नामांकन इसलिए किया है कि सलोना कुशवाहा ने हमारा बहुत ही शोषण किया है, हमारा परिवार और हमारे बच्चे सड़क पर आ गए हैं। उन्होंने दावा किया, आए दिन हमें सलोना कुशवाहा के गुंडों द्वारा धमकी दी जा रही है।’’ वहीं, सलोना कुशवाहा ने कहा, मेरी शादी काफी समय पहले हो गई थी और परिवार में क्या हुआ इससे हमें कोई मतलब नहीं है तथा न ही हमने कोई धमकी दी है। 

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सलोना ने यह भी दावा किया कि उनका अपने भाई रावेंद्र कुशवाहा से कोई संबंध नहीं है। तिलहर क्षेत्र से ही नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सरिता यादव ने पत्रकारों से कहा था, भाजपा की सरकार में मुस्लिमों और यादवों को उन्होंने (रोशन लाल वर्मा) बहुत परेशान किया है, इसलिए मैं चुनाव में खड़ी हुई हूं ताकि जनता को न्याय दिला सकूं। इसके लिए मुझे तिलहर विधानसभा में व्यापक जनसमर्थन भी मिल रहा है। इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर रोशनलाल वर्मा ने फोन पर पीटीआई-से कहा, मेरी पुत्रवधू होने का उनका दावा झूठा है और उनके पास इसका कोई प्रमाण नहीं है। वह हमारी छवि खराब करने के लिए साजिश के तहत खुद को पुत्रवधू बता रही हैं और मेरे खिलाफ चुनाव मैदान में खड़ी हुई हैं लेकिन इससे हमारी छवि पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि रोशन लाल वर्मा के बेटे विनोद वर्मा की मौत हो चुकी है और सरिता यादव का दावा है कि वह उनकी (विनोद वर्मा) पत्नी हैं। सरिता यादव ने 2012 में रोशन लाल वर्मा पर दुष्कर्म जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे।

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