Karnataka elections: कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सावदी

Savadi
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कांग्रेस नेताओं ने बताया कि सावदी अब बेलगावी जिले की अथानी सीट पर पार्टी के उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद सावदी ने यह फैसला किया।

कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा करने वाले पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि सावदी अब बेलगावी जिले की अथानी सीट पर पार्टी के उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद सावदी ने यह फैसला किया। शिवकुमार से उनकी मुलाकात के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और कांग्रेस महासचिव एवं कर्नाटक के पार्टी प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला भी मौजूद थे।

सावदी और सिद्धरमैया की मौजूदगी में मीडिया को संबोधित करते हुए शिवकुमार ने कहा, ‘‘सावदी के साथ हमारी बैठक सौहार्दपूर्ण तरीके से हुई। हम उनकी गरिमा और स्थिति से अवगत हैं। वह अपनी इच्छा से हमारे (कांग्रेस) परिवार का सदस्य बनने के लिए सहमत हुए हैं। वह पार्टी की विचारधारा और नेतृत्व को स्वीकार करने के बाद हमारे साथ आ रहे हैं।’’ मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि वह सावदी के भाजपा से अलग होने और कांग्रेस में शामिल होने के फैसले से ‘दुखी’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘... मैं बहुत दुखी महसूस कर रहा हूं, हम एक दूसरे के बेहद करीब रहे हैं। कभी-कभी ऐसी राजनीतिक परिस्थितियां पैदा हो जाती हैं।’’

बोम्मई ने कहा, ‘‘हो सकता है कि उन्हें कांग्रेस में अपना राजनीतिक भविष्य नजर आ रहा हो। हम अपनी पार्टी में अपना काम करेंगे।’’ विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके सावदी ने कहा कि वह भाजपा के प्रति वफादार रहे हैं और राज्य के अन्य हिस्सों में भी पार्टी उम्मीदवारों को जीत दिलाने में मदद की, लेकिन पार्टी उन्हें अथानी से 2023 के विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारने के अपने वादे पर खरी नहीं उतरी। बेलगावी जिले के अथानी से तीन बार विधायक रहे सावदी ने कांग्रेस में शामिल होने के अपने फैसले पर कहा कि उन्होंने केवल चुनाव लड़ने के लिए टिकट की मांग की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में कुछ सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने की मांग भी की थी, जो कई वर्षों से लंबित हैं।

सावदी के अनुरोध को नजरअंदाज करते हुए भाजपा ने इस सप्ताह की शुरुआत में बेलगावी जिले की अथानी सीट मौजूदा विधायक महेश कुमाथल्ली को दे दी थी। सावदी, अभी तक भाजपा के टिकट पर विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) थे।वह अथानी से तीन बार विधायक भी रह चुके हैं। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनावों में वह कुमाथल्ली (तब कांग्रेस में) से हार गए थे। कुमाथल्ली पाला बदलने वाले कांग्रेस के उस समूह में शामिल थे, जिसने कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन की सरकार को गिराने और 2019 में बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में सरकार बनाने में मदद की थी। कुमाथल्ली बाद में भाजपा में शामिल हो गए। अथानी सीट पर हुए उपचुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की। सावदी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी से मांग नहीं की थी कि उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया जाए, लेकिन बिना बताए उन्हें पद से हटा दिया गया, जिसे वह अपमान मानते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव (2018 में) हारने के बाद मुझे एमएलसी और फिर उपमुख्यमंत्री बनाया गया, लेकिन बाद में उन्होंने मुझे हटा दिया। उन्होंने सवाल किया, ‘‘मुझे मंत्री क्यों बनाया गया और फिर क्यों हटा दिया गया?’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा को जवाब देना चाहिए कि उन्हें 10 मई को होने वाले चुनाव में टिकट क्यों नहीं दिया गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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