बिहार में नहीं थम रहा मौत का सिलसिला, स्वास्थ्य मंत्री के सामने बच्ची ने दम तोड़ा
लेकिन बीमारी की असली वजह पता लगाने में डॉक्टर नाकाम ही साबित हुए हैं। कोई लीची को इसकी वजह बता रहा है तो कोई गर्मी।
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इंसेफेलाइटस सिंड्रोम यानि चमकी नामक इस मौत की बुखार से अबतक 84 बच्चों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन आज मुजफ्फरपुर के दौरे पर हैं। चमकी बुखार से पीड़ित बच्ची से मिलने पहुंचे थे हर्षवर्धन। मजफ्फरपुर के अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के सामने पांच साल की एक बच्ची ने दम तोड़ दिया।
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वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों के परिवार को 4 लाख रुपए सहायता राशि देने का एलान किया है। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, जिला प्राशसन और डॉक्टरों को इस बीमारी से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के भी आदेश दिए हैं। लेकिन बीमारी की असली वजह पता लगाने में डॉक्टर नाकाम ही साबित हुए हैं। कोई लीची को इसकी वजह बता रहा है तो कोई गर्मी।
Bihar: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan & MoS Health Ashwini Choubey meet patients & their families at Sri Krishna Medical College&Hospital in Muzaffarpur. So far, 80 people have died due to Acute Encephalitis Syndrome (AES) in Muzaffarpur. pic.twitter.com/zQA1q3Pp6n
— ANI (@ANI) June 16, 2019
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