विधानसभा सत्र को छोटा किया गया तो हम उसका बहिष्कार करेंगे: तेजस्वी यादव
राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन कर रहे किसानों में से दर्जनों किसानों की मौत के बावजूद नीतीश कुमार की तरफ से उनसे संवेदना व्यक्त करते हुए “कोई छोटा सा बयान या ट्वीट भी नहीं आने” पर भी यादव ने निशाना साधा।
पूर्व उप-मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कथित तौर पर सत्र की अवधि घटाने का प्रस्ताव “नीतीश कुमार सरकार की निर्वाचित जन प्रतिनिधियों का सामना करने से बचने की साजिश है और वह नौकरशाही के मनगढंत रवैये के मुद्दे को लेकर भी चिंतित हैं।” उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले साल विधानसभा चुनाव उस वक्त हुए जब महामारी चरम पर थी लेकिन रैलियों में शामिल होने के लिये बड़ी संख्या में लोगों के एक जगह जुटने की इजाजत दी गई। यादव ने तंज कसते हुए कहा, “अब वह यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि महामारी की वजह से सदन के महज 243 सदस्य इकट्ठा नहीं हो सकते। वो टीकाकरण की बात कर रहे हैं। क्या वे इसके शुरू होने की कोई संभावित तारीख बता सकते हैं?” यादव ने पूछा, “क्या आपको दूर-दूर तक इस बात का कोई अंदेशा है कि बिहार को टीके की कितनी खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी?” बीते एक साल के दौरान महामारी की वजह से प्रदेश में विधायी कार्य के प्रभावित होने को रेखांकित करते हुए यादव ने कहा कि अगर आगामी सत्र को छोटा किया जाता है तो “हम उसका बहिष्कार करेंगे और मुख्यमंत्री व उप-मुख्यमंत्रियों के घरों का घेराव करेंगे।”अगर विधानसभा सत्र परंपरागत तरीके से नहीं चलेगी तो हम लोग विधानसभा का बहिष्कार करेंगे, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री निवास का घेराव भी करेंगे : तेजस्वी यादव, RJD #Bihar pic.twitter.com/gpb08MDBqM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2021
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राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन कर रहे किसानों में से दर्जनों किसानों की मौत के बावजूद नीतीश कुमार की तरफ से उनसे संवेदना व्यक्त करते हुए “कोई छोटा सा बयान या ट्वीट भी नहीं आने” पर भी यादव ने निशाना साधा। यादव ने घोषणा कि, “हमने प्रदर्शनकारियों द्वारा उठाए गए मुद्दों का हमेशा समर्थन किया है और उनसे एक बार फिर एकजुटता प्रदर्शित करते हुए विपक्ष 30 जनवरी को प्रदेशव्यापी मानवश्रृंखला बनाएगा।” जेल में बंद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के छोटे बेटे ने नीतीश कुमार के तीन साल पहले उन्हें उप मुख्यमंत्री पद से हटाने और वापस राजद का दामन थाम लेने के बाद हाल में हुए विधानसभा चुनावों में जदयू के “धोखा” खाने (लोजपा के अचानक बागी हो जाने और भाजपा के असंतुष्ट चिराग पासवान को शांत कर पाने में विफल रहने) पर भी निशाना साधा। यादव ने कहा, “कुमार ने जो बोया था वही काट रहे हैं।
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