Kashmir के Tulip Garden में लगी देशभर से आये पर्यटकों की भीड़, इस बार 74 किस्म के ट्यूलिप खिलाये गये हैं

‘इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन’ को पहले सिराज बाग के नाम से जाना जाता था। हम आपको बता दें कि पुष्पकृषि विभाग चरणबद्ध तरीके से ट्यूलिप की गांठों को लगाता है ताकि फूल एक महीने या उससे अधिक समय तक खिले रहें।
कश्मीर स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन पर्यटकों के लिए खुल गया है। डल झील और जबरवान पहाड़ियों के बीच स्थित ट्यूलिप गार्डन कश्मीर घाटी में पर्यटन सीजन की शुरुआत का प्रतीक है। इस गार्डन के खुलते ही यहां पर्यटकों की लाइन लग गयी है। हम आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने साल 2007 में ‘इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन’ की स्थापना की थी जिससे यहां पर्यटन सीजन को विस्तारित किया जा सके। केंद्र शासित प्रदेश में पहले पर्यटन सीजन गर्मियों और सर्दियों तक ही सीमित रहता था। ‘इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन’ को पहले सिराज बाग के नाम से जाना जाता था। हम आपको बता दें कि पुष्पकृषि विभाग चरणबद्ध तरीके से ट्यूलिप की गांठों को लगाता है ताकि फूल एक महीने या उससे अधिक समय तक खिले रहें। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस उद्यान को जनता के लिए खोला। अधिकारियों ने बताया है कि इस साल ट्यूलिप की दो नयी किस्में लगाई हैं जिससे इसकी कुल संख्या 74 हो गई है।
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प्रभासाक्षी संवाददाता ने यहां आ रहे पर्यटकों से बातचीत की तो उनकी खुशी देखते ही बन रही थी। एक पर्यटक ने बताया, "मैं उद्घाटन के दिन यहाँ आया। यह ट्यूलिप गार्डन भारत में सबसे अच्छे गार्डनों में से एक है, यह यूरोप से भी बेहतर है। किसी को भी अपने जीवनकाल में एक बार इस गार्डन में अवश्य जाना चाहिए।" ऐसी ही प्रतिक्रियाएं अन्य पर्यटकों ने भी व्यक्त कीं।
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