65 साल पुराना है मध्य प्रदेश का इतिहास, पं.रविशंकर शुक्ल थे प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री

Pt ravishankar shukla
Suyash Bhatt । Nov 1 2021 11:15AM

1 नव‍ंबर,1956 को मध्य प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री पं.रविशंकर शुक्ल को बनाया गया था। शुल्क ने रविशंकर शुक्ल ने पहला भाषण लाल परेड ग्राउंड पर दिया था। पहली बार वे 1946 मे आजादी के पहले पुराने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

भोपाल। मध्य प्रदेश अपना स्थापना दिवस सोमवार को मनाया जा है है। 1 नवंबर को मध्य प्रदेश 65 साल का हो गया है। इस बार स्थापना दिवस आत्म निर्भर मध्य प्रदेश थीम मनाया जा रहा है। इस अवसर पर भोपाल के लालपरेड ग्राउंड पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।

इसे भी पढ़ें:मोदी ने हिंदू विरासत माह संपन्न होने पर अमेरिका के विश्व हिंदू परिषद को बधाई दी 

वहीं कार्यक्रम का आयोजन शाम 6:30 बजे से होगा। मुम्बई के मशहूर प्लेबैक सिंगर मोहित चौहान अपनी आर्केस्ट्रा टीम गीतों की प्रस्तुत देंगे। दिल्ली के कोरियोग्राफर मैत्री पहाड़ी के निर्देशन में 275 कलाकार समवेत नृत्य-नाटक की प्रस्तुति देंगे।

जानकारी के मुताबिक कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्य रुप से शामिल होंगे। इसके साथ ही जिला मुख्यालयों पर समारोह आयोजित होंगे। 

इसे भी पढ़ें:MP में मतदान हुआ समाप्त, जोबट में 50.90 और पृथ्वीपुर में 76.05 फीसदी हुई वोटिंग 

आपको बता दें कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। इसके बाद 1951-1952 में देश में पहले आम चुनाव कराया गया। साल 1956 में राज्यों के पुर्नगठन के फलस्वरूप 1 नवंबर, 1956 को नए राज्य के रूप में मध्य प्रदेश का निर्माण हुआ। इस प्रदेश का पुर्नगठन भाषीय आधार पर किया गया था। इसके घटक राज्य मध्य प्रदेश, मध्य भारत, विन्ध्य प्रदेश एवं भोपाल थे। इस राज्य का निर्माण तत्कालीन सीपी एंड बरार, मध्य भारत, विंध्यप्रदेश और भोपाल राज्य को मिलाकर हुआ। इसे पहले मध्य भारत के नाम से भी जाना जाता था।

दरसअल 1 नव‍ंबर,1956 को मध्य प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री पं.रविशंकर शुक्ल को बनाया गया था। शुल्क ने रविशंकर शुक्ल ने पहला भाषण लाल परेड ग्राउंड पर दिया था। पहली बार वे 1946 मे आजादी के पहले पुराने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। उसके बाद वे नए मध्य प्रदेश के 1956 मे मुख्यमंत्री बने।चार राज्यों के विलय के दौरान चूंकि वे सबसे बड़े राज्य और सबसे सीनियर थे इसलिए नए मध्यप्रदेश के सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री बनाया गया था।

इसे भी पढ़ें:बीजेपी नेता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, पुलिस कर रही है जांच 

इसके साथ साथ 1 नवंबर 1956 को भोपाल को मध्य प्रदेश की राजधानी के रूप में चुन लिया गया था। मध्य प्रदेश के गठन के समय कुल जिलों की संख्या 43 थी। आज मध्य प्रदेश में कुल 52 जिले हैं।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़