प्रदेश कोविड महामारी की तीसरी लहर से निपटने में पूरी तरह सफल रहा: राज्यपाल

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उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए भी समुचित प्रबंध किये गए जिसमें स्वास्थ्य विभाग पूर्णत: सफल रहा। ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए राज्य में 91 पीएसए प्लाट स्थापित किए गए जिनमें से 86 कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से 43 प्लांट पीएम केयर तथा 48 प्लांट सीएसआर के अंतर्गत स्थापित किए गए हैं।

चंडीगढ़  राज्यपाल बंडारू दतात्रेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोविड महामारी से निपटने के लिए समय पर किए गए व्यापक चिकित्सा प्रबंधों और चलाए गए सफल कोविड टीकाकारण अभियान के फलस्वरूप राज्य कोविड महामारी को फैलने से रोकने में काफी हद तक सफल रहा है। राज्यपाल आज यहां आरंभ हुए हरियाणा विधान सभा के बजट सत्र के पहले दिन सदन में अपना अभिभाषण दे रहे थे।

 

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए भी समुचित प्रबंध किये गए जिसमें स्वास्थ्य विभाग पूर्णत: सफल रहा। ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए राज्य में 91 पीएसए प्लाट स्थापित किए गए जिनमें से 86 कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से 43 प्लांट पीएम केयर तथा 48 प्लांट सीएसआर के अंतर्गत स्थापित किए गए हैं।

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राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को बेहतर स्तर की चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सरकार प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने के लिए प्रतिबद्घ है। इसके अलावा, हर जिले में 200 बैड का अस्पताल खोला जा रहा है। जिला फरीदाबाद के छायंसा में अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय मेडिकल कॉलेज शुरू किया जा चुका है। महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित नेकी राम शर्मा के नाम से जिला भिवानी में, जींद के हैबतपुर गांव और महेन्द्रगढ़ के कोरियावास में राजकीय मेडिकल कॉलेज स्थापित हो रहे हैं।  इसके अलावा, जिला कैथल, सिरसा और यमुनानगर में राजकीय मेडिकल कॉलेज तथा कुरूक्षेत्र, कैथल, फरीदाबाद, रेवाड़ी तथा पंचकूला में नर्सिंग कालेज स्थापित करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि हसन खां मेवाती राजकीय मेडिकल कॉलेज, नल्हड़ में डेंटल कॉलेज स्थापित हो रहा है।

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राज्यपाल ने कहा कि आज के युग में जीवन-शैली से जुड़ी व्याधियों के कारण लोगों का आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा जैसी प्राचीन चिकित्सा पद्धति की ओर रुझान बढ़ा है। आयुष के प्रति लोगों के रूझान को देखते हुए राज्य सरकार इस पद्धति को बढ़ावा दे रही है। प्रदेश में आयुर्वेदिक शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए श्री कृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र में इस वर्ष 82 सीटों पर प्रवेश दिया गया है। जिला महेन्द्रगढ़ के गांव पट्टीकरा में स्थापित राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज शुरू हो गया है। जिला झज्जर के गांव देवरखाना में स्नातकोत्तर योग, प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान संस्थान में ओ.पी.डी. शुरू हो गई है। जिला नूंह के अकेड़ा में यूनानी कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इसके अतिरिक्त, जिला अम्बाला में होम्योपैथिक कॉलेज खोलने की स्वीकृति भी प्रदान की गई है। जिला हिसार के मय्यड़ में 50 बैड का आयुष अस्पताल खोला जा रहा है।

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