विएना में विदेश मंत्री जयशंकर ने याद दिलाई पीएम मोदी की 'वो' बात, संयुक्त राष्ट्र संघ को लेकर कही ये बात
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा कि वर्तमान में हमारे पास लगभग 2.5 बिलियन डॉलर का व्यापार कारोबार है, 150 से अधिक ऑस्ट्रियाई कंपनियां भारत में मौजूद हैं।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में कहा कि एक ऐसे देश के रूप में जो वैश्विक कार्यस्थल का पूरी तरह से लाभ उठाना चाहता है, भारत कानूनी प्रवासन और गतिशीलता का एक मजबूत समर्थक है। हम भारतीय कौशल और प्रतिभा के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए एक उचित, कानूनी और समान अवसर चाहते हैं। ईएएम डॉ एस जयशंकर ने कहा कि हमने कई समझौते किए हैं और मुझे लगता है कि व्यापक प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी समझौते की शुरुआत विशेष रूप से उल्लेखनीय है, क्योंकि यह कौशल और प्रतिभा की मांगों को उनकी उपलब्धता के साथ सिंक्रनाइज़ करने में सक्षम करेगा।
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विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा कि वर्तमान में हमारे पास लगभग 2.5 बिलियन डॉलर का व्यापार कारोबार है, 150 से अधिक ऑस्ट्रियाई कंपनियां भारत में मौजूद हैं। हम चाहते हैं कि ये संख्याएं पर्याप्त रूप से बढ़ें। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि ऑस्ट्रिया की अर्थव्यवस्था में भारत की उपस्थिति में काफी वृद्धि हुई है।
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि 77 साल पुराने संगठन संयुक्त राष्ट्र को “नया रूप” देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में बड़े बदलाव के लिए जोर देना नई दिल्ली की विदेश नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जयशंकर ने कहा, “संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 1945 में हुई थी। मैं लोगों से कहता हूं कि कोई ऐसी चीज बताएं जो 77 साल पुरानी हो और उसमें आपको सुधार की जरूरत न लगती हो।
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