पुलवामा हमले पर फारूक अब्दुल्ला को शक, कहा- आम चुनाव देश को बचाने की लड़ाई
उन्होंने कहा, ‘‘ यह चुनाव इस बात को लेकर है कि क्या भारत धर्मनिरपेक्ष भारत रहेगा या नहीं। यह फारूक अब्दुल्ला का सवाल नहीं है, बल्किदेश को बचाने का सवाल है। इसलिए याद रखिए यह (चुनाव) एक बड़ी लड़ाई है।’’
श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को यहां कहा कि यह आम चुनाव भारत को बचाने की लड़ाई है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री नेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश की जनता से झूठे वायदे करने के लिए आलोचना भी की। अब्दुल्ला ने यहां कहा, ‘‘ यह चुनाव भारत को बचाने का है। यह सिर्फ जम्मू कश्मीर के लिए नहीं है। आपको धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करनी होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह चुनाव इस बात को लेकर है कि क्या भारत धर्मनिरपेक्ष भारत रहेगा या नहीं। यह फारूक अब्दुल्ला का सवाल नहीं है, बल्किदेश को बचाने का सवाल है। इसलिए याद रखिए यह (चुनाव) एक बड़ी लड़ाई है।’’
#WATCH Farooq Abdullah, NC: Kitne sipahi Hindustan ke shaheed huye Chhattisgarh mein? Kya kabhi Modi ji vahan gaye unpe phool chadhane ke liye?........magar vo 40 log CRPF ke shaheed ho gaye, uska bhi mujhe shak hai. pic.twitter.com/cK3M1u67Nn
— ANI (@ANI) March 30, 2019
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष श्रीनगर सीट से फिर से मैदान में हैं। वह पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। बालाकोट हवाई हमले का हवाला देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि संसद के आखिरी दिनों में कई सदस्यों ने कहा कि ‘मोदी सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है और उसके पास दिखाने को कुछ नहीं है।’’ इसलिए उन्होंने ‘‘ असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए युद्ध जैसी स्थिति बना दी।’’
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अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘ उन्होंने (मोदी ने) क्या किया? छत्तीसगढ़ में इतने भारतीय जवान शहीद हुए क्या मोदी वहां कभी उन्हें श्रद्धांजलि देने गए? क्या उन्होंने कभी उनके परिवारों के प्रति हमदर्दी जताई? क्या उन्होंने यहां मर रहे जवानों पर कभी कुछ बोला?’’ उन्होंने कहा, ‘‘ (पुलवामा में) सीआरपीएफ के 40 कर्मी शहीद हुए। मुझे उसे लेकर शक हैऔर इसलिए में आपको सच बता रहा हूं।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ उन्होंने यह कह कर पाकिस्तान पर हमला करने की कोशिश की कि हमने ने 300 (आतंकी) मारे हैं। कुछ ने कहा कि 500 मारे हैं। कुछ ने तो यह भी कहा कि 1000 मारे हैं। सिर्फ यह दिखाना था कि उनमें साहस है और वह कुछ भी कर सकते हैं।’’
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