हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश, 'केरल स्टोरी' के प्रसारण पर फारुख़ अब्दुल्ला ने जताया ऐतराज
केरल की कांग्रेस इकाई ने विवादास्पद फिल्म द केरल स्टोरी को प्रसारित करने के दूरदर्शन के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) का रुख किया और कहा कि यह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के लिए धार्मिक आधार पर समाज को विभाजित करने का एक मौन प्रयास है।
दूरदर्शन पर फिल्म 'केरल स्टोरी' के प्रसारण पर नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुख़ अब्दुल्ला ने कहा कि वह फिल्म झूठ थी। इसने देश में तनाव पैदा करने और हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश की है। दूरदर्शन ने पांच अप्रैल को फिल्म का प्रसारण करने की घोषणा की है। केरल की कांग्रेस इकाई ने विवादास्पद फिल्म द केरल स्टोरी को प्रसारित करने के दूरदर्शन के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) का रुख किया और कहा कि यह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के लिए धार्मिक आधार पर समाज को विभाजित करने का एक मौन प्रयास है।
इसे भी पढ़ें: Jammu-Kashmir: प्रसिद्ध बादामवारी में उमड़ रहा पर्यटकों का हुजूम, पेड़ों पर खिले रंग बिरंगे फूल
विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीसन ने आज (शुक्रवार को) निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखकर द केरल स्टोरी फिल्म के प्रसारण के दूरदर्शन के फैसले को वापस लेने का निर्देश देने की मांग की है। सतीशन ने कहा, जैसा कि आप जानते हैं कि द केरल स्टोरी झूठे दावों पर आधारित दुष्प्रचार से भरी फिल्म है और इसमें राज्य के लोगों की निराशाजनक तस्वीर पेश करने का प्रयास किया गया है।
इसे भी पढ़ें: LG के पास जाने वाली हर फाइल अस्वीकार्य, आजाद बोले- जम्मू-कश्मीर राज्य का दर्जा बहाल करना जरूरी
नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुख़ अब्दुल्ला ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर कहा, बहुत अच्छा घोषणापत्र है, मुबारक हो। बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए AICC मुख्यालय में अपना घोषणापत्र जारी किया। कांग्रेस के घोषणापत्र पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा नेकहा कि हमारा घोषणा पत्र देश के राजनीतिक इतिहास में 'न्याय के दस्तावेज़' के रूप में याद किया जाएगा... राहुल गांधी के नेतृत्व में चलाई गई भारत जोड़ो न्याय यात्रा पांच स्तंभों पर केंद्रित थी, यात्रा के दौरान: युवा न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिसदारी न्याय की घोषणा की गई। इन पांच स्तंभों में से 25 गारंटियां निकलती हैं और हर 25 गारंटियों में किसी न किसी को लाभ मिलेगा।
अन्य न्यूज़