मध्य प्रदेश में किसान पिता-पुत्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
एसडीओपी कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि ग्राम फनवानी मझगवां निवासी चतुर्भुज पटैल उम्र 52 वर्ष पेशे से किसान थे। जिन्होने पिछले दिनों विपणन संघ के खरीदी केंद्र में धान बेंचा था। जिससे मिले रुपए चतुर्भुज घर में न देकर खर्च कर रहे थे।
जबलपुर। मध्य प्रदेश में जबलपुर जिले के मझगवां थानांतर्गत ग्राम फनवानी मझौली में शनिवार को किसान पिता-पुत्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान पिता व पुत्र को फांसी के फंदे पर झूलते देख गांव में हड़कम्प मच गया। जिसके बाद परिजनों सहित गांव के कई लोग मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल सिहोरा पहुंचाकर मर्ग कायम कर लिया है।
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एसडीओपी कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि ग्राम फनवानी मझगवां निवासी चतुर्भुज पटैल उम्र 52 वर्ष पेशे से किसान थे। जिन्होने पिछले दिनों विपणन संघ के खरीदी केंद्र में धान बेंचा था। जिससे मिले रुपए चतुर्भुज घर में न देकर खर्च कर रहे थे। पिता द्वारा रुपए खर्च किए जाने की जानकारी जब बेटे सरमन को लगी तो उसने पिता से रुपए खर्च करने से मना किया। इसी बात को लेकर बीती रात पिता व पुत्र के बीच जमकर विवाद हुआ। परिजनों सहित अन्य लोगों ने दोनों को किसी तरह शांत भी कराया।
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वही शनिवार सुबह 9 बजे के लगभग चतुर्भुज पटेल घर से निकले और खेत के पास एक आम के पेड़ पर फंदा डालकर फांसी लगा ली। कुछ देर बाद बेटा सरमन भी घर से बिना बताए निकला और उसने भी एक पेड़ पर फंदा डालकर फांसी लगा ली। दोपहर में जब गांव के लोग उस रास्ते से निकले तो देखा कि चतुर्भुज व उनका बेटा सरमन कुछ ही दूरी पर पेड़ पर फांसी के फंदे पर झूल रहे है। जिस पर लोग स्तब्ध रह गए, यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते कई लोग एकत्र हो गए। वहीं मौके पर पहुंची पत्नी व रिश्तेदार भी आ गए। वही सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल सिहोरा पहुंचाया। वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
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