राजनीतिक, वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठकर सभी को महामारी से लड़ने को साथ आना चाहिए: जितेंद्र
कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ मोदी सरकार द्वारा शुरू किए गए टीकाकरण अभियान को एक जन आंदोलन में बदलने में निर्वाचित प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, धार्मिक प्रमुख और वरिष्ठ नेता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सिंह ने कश्मीर घाटी में नागरिक समाज के स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के तरीके की सराहना की। मंत्री ने कहा कि उन्होंने कश्मीर के सभी जिला कलेक्टरों को महामारी के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में जनप्रतिनिधियों को साथ रखने की सलाह दी है। सिंह ने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर सहित पूरे देश में स्थिति की निगरानी में व्यक्तिगत रुचि ले रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी आवश्यकता होती है, प्रधानमंत्री जिला प्रशासन और चिकित्सा बिरादरी तक पहुंच बनाते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि बिना समय गंवाए हर आवश्यकता पूरी हो।’’
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दुर्भाग्य से कश्मीर घाटी को ईद त्योहार, वसंत ऋतु और आगामी श्री अमरनाथ यात्रा के समय काविड-19 महामारी का सामना करना पड़ा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सामूहिक प्रयासों और दृढ़ संकल्प के साथ, इस आपदा को दूर करना और खुशहाल समय में लौटना संभव होगा। बयान में कहा गया है कि डॉ रफी, मोहम्मद अनवर खान, डी. अंद्राबी, अल्ताफ ठाकुर, मंजूर भट, गुलाम अहमद मीर, बिलाल परारे, आरिफ रजा, अली मोहम्मद मीर और अशोक भट उन लोगों में शामिल थे जो सिंह के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक में शामिल हुए थे।
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