मीरापुर सीट पर मतदान के दौरान मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों की छतों से पुलिस पर पथराव
मीरापुर विधान सभा क्षेत्र में काकरोली में बस स्टैंड के समीप पुलिस टीम पर छतों से पथराव किया गया था। इससे पूर्व किसान इंटर कॉलेज मैं मतदान को पहुंचे लोगों का आरोप था कि उन्हें मतदान से रोका गया। आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज होने के बावजूद वोट डालने नहीं दिया गया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के मीरापुर सीट पर हो रहे उप चुनाव के दौरान पुलिस पर पथराव और उसके बाद पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की घटना ने भाजपा और समाजवादी पार्टी के नेताओं को आमने-सामने खड़ा कर दिया है। दोनों दलों के नेता और प्रत्याशी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र मलिक अपने अधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट करके पुलिस-प्रशासन पर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में मतदाता को वोट डालने से रोकने का आरोप लगाया है। उनके विधायक पुत्र पंकज मलिक ने भी ककरौली की घटना को लोकतंत्र की हत्या करना जैसा बताया है।
सपा सांसद ने तुल्हैड़ी, ककरौली, जौली, कैथोड़ा आदि में मतदाताओं को रोकने के आरोप लगाए हैं। उधर, रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल ने पूर्व सांसद कादिर राणा पर फर्जी मतदान कराने के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि बाहर से कुछ लोगों को मीरापुर क्षेत्र में ठहराया गया है, जिनके द्वारा फर्जी वोट डाली जा रही है। उन्होंने चुनाव आयोग समेत जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है।
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बात दें मीरापुर विधान सभा क्षेत्र में काकरोली में बस स्टैंड के समीप पुलिस टीम पर छतों से पथराव किया गया था। इससे पूर्व किसान इंटर कॉलेज मैं मतदान को पहुंचे लोगों का आरोप था कि उन्हें मतदान से रोका गया। आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज होने के बावजूद वोट डालने नहीं दिया गया। आक्रोशित लोगों ने बस स्टैंड पर भी इसकी चर्चा की। जिस पर लोगों ने आक्रोश जताया। इसके कुछ देर बाद पुलिस फोर्स बस स्टैंड के समीप से गुजरी तो पथराव किया गया। जिस क्षेत्र से पथराव हुआ है वह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है। पथराव में सिपाही विक्रांत घायल हुए हैं। उनके हाथ में चोट लगी है।
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