Triple Talaq विरोधी कानून बनने से मुस्लिमों में तलाक की दर 96% घटी, मगर ओवैसी को यह उपलब्धि रास नहीं आई
देखा जाये तो यह इस कानून की बहुत बड़ी उपलब्धि है मगर केरल के राज्यपाल के इस बयान पर एआईएमआईएम नेता असद्दुदीन ओवैसी भड़क गये हैं। उन्होंने कहा है कि केरल के राज्यपाल को इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए।
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि 2019 में तीन तलाक को कानून के तहत दंडनीय अपराध बनाए जाने के बाद मुसलमानों में तलाक की दर में ‘‘96 प्रतिशत की कमी आई है" और इससे महिलाओं और बच्चों को लाभ पहुंचा है। देखा जाये तो यह इस कानून की बहुत बड़ी उपलब्धि है मगर केरल के राज्यपाल के इस बयान पर एआईएमआईएम नेता असद्दुदीन ओवैसी भड़क गये हैं। उन्होंने कहा है कि केरल के राज्यपाल को इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए।
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हम आपको यह भी बता दें कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर दिल्ली में एक सम्मेलन को संबोधित करने आये केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस बात पर आश्चर्य भी जताया कि क्या यह अजीब बात नहीं है कि जब कोई न्याय मांगता है तो उसे पहले अपने धर्म का जिक्र करना पड़ता है। यूसीसी को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा अपनी आपत्ति विधि आयोग को भेजने पर आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि हर किसी को अपना विचार रखने का अधिकार है। उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा, "विधि आयोग ने सुझाव आमंत्रित किए हैं... और मुझे पूरी उम्मीद है कि जो भी सुझाव आएंगे, विधि आयोग और सरकार उन पर पूरा ध्यान देगी।"
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