जम्मू कश्मीर: कांग्रेस का बयान, केंद्र से नहीं मिला निमंत्रण, समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा वार्ता में विश्वास
कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष जी ए मीर ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी को केंद्र शासित प्रदेश से मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों के नई दिल्ली में अगले सप्ताह प्रस्तावित सम्मेलन में भाग लेने के लिए केंद्र सरकार से कोई निमंत्रण नहीं मिला है।
जम्मू। कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष जी ए मीर ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी को केंद्र शासित प्रदेश से मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों के नई दिल्ली में अगले सप्ताह प्रस्तावित सम्मेलन में भाग लेने के लिए केंद्र सरकार से कोई निमंत्रण नहीं मिला है। हालांकि, मीर ने कहा कि अगर वार्ता के लिए इस तरह का कदम उठाया जाता है तो यह स्वागत योग्य है, क्योंकि शांति, समृद्धि और विकास के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता के बीच गुस्से को दूर करने का एकमात्र तरीका संबंधित पक्षों के साथ बातचीत करना है।
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अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर की सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ 24 जून को बैठक कर सकते हैं। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केन्द्रीय नेताओं के शामिल होने की संभावना है। मीर ने यहां पार्टी के एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें अब तक केंद्र की तरफ से कोई निमंत्रण नहीं मिला है। हमें यह जानकारी नहीं है कि केंद्र की ओर से इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए किन्हें आमंत्रित किया जा रहा है।’’उन्होंने कहा कि कांग्रेस का रूख स्पष्ट रहा है कि किसी भी राजनीतिक या आर्थिक मुद्दे के समाधान के लिए लोकतंत्र में आगे बढ़ने का एकमात्र उपाय बातचीत ही है और कांग्रेस देश में किसी भी समस्या को दूर करने के लिए इसी कदम का पालन करती है।
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जब उनसे पूछा गया कि पार्टी को अगर निमंत्रण मिलता है तो बातचीत में उनका एजेंडा क्या होगा, तो उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और अगर पार्टी को आमंत्रित किया जाता है तो हम इसकी जानकारी राष्ट्रीय नेतृत्व को देंगे और इस पर विचार-विमर्श होगा ताकि हम उपयुक्त एजेंडे के साथ चर्चा में शामिल हो सकें।’’ मीर ने कहा कि दोनों पक्षों, सरकार और प्रतिभागियों को अगले 200 वर्षों के लिए जम्मू-कश्मीर को शांति, प्रगति और समृद्धि की ओर ले जाने के लिए खुले दिल से प्रस्तावित सम्मेलन में भाग लेना चाहिए।
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