पंजाब चुनाव 2022 में सत्ता बरकरार रखने के लिए कांग्रेस फिर से ले सकती है प्रशांत किशोर का सहारा
अमरिंदर सिंह 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए एक बार फिर किशोर को अपने खेमे में शामिल करना चाहते हैं। कैप्टन व प्रशांत के बीच एक बेहतर अंडरस्टैंडिंग बनने के बाद बताया जा रहा है कि प्रशांत काम तो करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस के साथ हुए अपने पिछले अनुभवों को देखते हुए वह हिचक भी रहे हैं।
पंजाब में विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस की जीत के पीछे अमरिंदर सिंह के चेहरे के साथ ही प्रशांत किशोर की रणनीति का भी हाथ रहा जिसने कांग्रेस का तूफान ऐसा उड़ाया कि सभी देखते रह गए। पंजाब चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें उन्होंने साफ कह दिया था कि पंजाब में कांग्रेस 68 से 70 सीटों पर कब्ज़ा करेगी और सरकार बनाएगी और कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत हासिल की। अमरिंदर सिंह 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए एक बार फिर किशोर को अपने खेमे में शामिल करना चाहते हैं।
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कैप्टन व प्रशांत के बीच एक बेहतर अंडरस्टैंडिंग बनने के बाद बताया जा रहा है कि प्रशांत काम तो करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस के साथ हुए अपने पिछले अनुभवों को देखते हुए वह हिचक भी रहे हैं। वह इस मामले में पूरी सावधानी के साथ फूंक-फूंक कर कदम रखना चाहते हैं। किशोर खुद भी कह चुके हैं कि वह कांग्रेस के साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन टुकड़ों में नहीं। पीके यह भी समझते है कि केंद्रीय स्तर पर कांग्रेस के भीतर उनके लिए चीजें आसान नहीं हैं। कांग्रेस के भीतर कई नेता निजी तौर पर पीके के साथ काम करना चाहते हैं, लेकिन पार्टी स्तर पर कई 'किंतु-परंतु' हैं और यही चीज पीके को कांग्रेस की ओर से आ रहे प्रस्तावों पर आगे बढ़ने से रोक रही है।
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