Shiv Sena से जुड़ने के बाद बोले मिलिंद देवड़ा, कहा- उनका काम पीएम मोदी का विरोध करना
समझा जाता है कि शिवसेना(यूबीटी) के दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर दावा करने के बाद पिछले कुछ दिनों से देवरा असहज थे। उन्होंने इस सीट का पूर्व में प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर शिवसेना के अरविंद सावंत से उन्हें शिकस्त मिली थी।
कांग्रेस के नेता मिलिंद देवड़ा रविवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद शिवसेना का दामन थाम लिया है। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से पहले उन्होंने यह कदम उठाया है। वहीं कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद रविवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में उन्हें शामिल कराया। शिवसेना शिंदे अच्छा में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा का बयान भी सामने आया है।
उन्होंने कहा कि वही पार्टी जो इस देश को रचनात्मक सुझाव देती थी कि देश को आगे कैसे ले जाया जाए, अब उसका एक ही लक्ष्य है - पीएम मोदी जो भी कहते और करते हैं उसके खिलाफ बोलना। कल को अगर वह कहें कि कांग्रेस बहुत अच्छी पार्टी है तो वे इसका विरोध करेंगे। मैं लाभ - विकास, आकांक्षा, समावेशिता और राष्ट्रवाद की राजनीति में विश्वास करता हूं। मैं दर्द की राजनीति में विश्वास नहीं करता - व्यक्तिगत हमले, अन्याय और नकारात्मकता।"
उन्होंने कहा कि सुबह से बहुत लोगों के फोन आए कि आपने अपनी फैमिली का कांग्रेस से 55 साल पुराना रिश्ता क्यों तोड़ा। सबसे चैलेंजिंग दशक के दौरान भी मैं पार्टी का वफादार बना रहा। यह दुखद है कि जिस कांग्रेस को मेरे पिताजी ने ज्वाइन किया था और आज की कांग्रेस में बहुत अंतर आया है।
अगर कांग्रेस रचनात्मक और सकारात्मक सुझावों को योग्यता देते तो शायद आज में एकनाथ जी के साथ यहां नहीं बैठा होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 30 वर्ष पहले डॉक्टर मनमोहन सिंह के नेतृत्व में आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की थी। आज वही पार्टी उद्योगपतियों और कारोबारी के बारे में अपमानजनक बातें कर उन्हें देशद्रोही करार दे रही है। बता दें कि दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से पूर्व सांसद देवरा दोपहर में, मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा में एक कार्यक्रम में सत्तारूढ़ दल में शामिल हुए।
समझा जाता है कि शिवसेना(यूबीटी) के दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर दावा करने के बाद पिछले कुछ दिनों से देवरा असहज थे। उन्होंने इस सीट का पूर्व में प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर शिवसेना के अरविंद सावंत से उन्हें शिकस्त मिली थी। सावंत ठाकरे गुट में हैं। ठाकरे की पार्टी, विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की साझेदार है। पूर्व में, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा था कि एमवीए में इसे लेकर सहमति है कि मौजूदा सांसद को इस सीट से अलग नहीं किया जाए, जिसका मतलब है कि आगामी आम चुनावों में दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट कांग्रेस के बजाय ठाकरे नीत शिवसेना के हिस्से में जाएगी।
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