झारखंड में आत्मदाह का प्रयास करने वाली दलित छात्रा के परिवार को 25,000 रुपये मुआवजा दिया गया

self-immolation
प्रतिरूप फोटो
Prabhasakhi

जिले के अधिकारियों ने रविवार को एक दलित छात्रा के परिवार को मुआवजे के रूप में 25,000 रुपये दिये, जिसने परीक्षा में नकल करने का संदेह होने पर कपड़े उतारने के लिए मजबूर किए जाने के बाद आत्मदाह का प्रयास किया था।

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के अधिकारियों ने रविवार को एक दलित छात्रा के परिवार को मुआवजे के रूप में 25,000 रुपये दिये, जिसने परीक्षा में नकल करने का संदेह होने पर कपड़े उतारने के लिए मजबूर किए जाने के बाद आत्मदाह का प्रयास किया था। जिले की उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि मामले की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय जांच पैनल ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।

इसे भी पढ़ें: झारखंड के दुमका में लोगो ने एक व्यक्ति को चोर समझकर पीटा, मौत

जाधव ने टाटा अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने उपचाराधीन 15 वर्षीय लड़की की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने इस मामले में एक शिक्षिका को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार लड़की ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि महिला निरीक्षक ने उसे अपमानित किया और ड्रेस में नकल सामग्री छिपाने के संदेह में उसे कपड़े उतारने को मजबूर किया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़