'राज्यपाल पर नहीं बना सकते दबाव', बाबूलाल मरांडी बोले- अपने विधायकों से ही डरते हैं हेमंत सोरेन

Babulal Marandi
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पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वह (मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन) अपने ही विधायकों से डरते हैं क्योंकि सत्ता में आने के बाद से 32 महीनों में उन्होंने कोई काम नहीं किया है, लेकिन मुख्यमंत्री और सहयोगियों ने बहुत कमाया है।

रांची। झारखंड में जारी सियासी घटनाक्रम को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जमकर हमला बोला। इसके साथ ही उन्होंने सत्तारूढ़ विधायकों को भी अपने निशाने पर लिया और कहा कि आप राज्यपाल पर दबाव नहीं बना सकते हैं। दरअसल, यूपीए विधायकों ने गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की थी।

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राज्यपाल पर नहीं बना सकते दबाव

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वह (मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन) अपने ही विधायकों से डरते हैं क्योंकि सत्ता में आने के बाद से 32 महीनों में उन्होंने कोई काम नहीं किया है, लेकिन मुख्यमंत्री और सहयोगियों ने बहुत कमाया है। इसी बीच उन्होंने यूपीए विधायकों से जुड़े सवाल पर कहा कि राज्यपाल के पास आज कोई कागजात आए हैं तो वे अपने विशेषज्ञों से भी राय लेंगे, आप उन पर दबाव नहीं बना सकते हैं।

राजभवन की चुप्पी से विधायक चिंतित

खनन पट्टा आवंटन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता को लेकर राजभवन ने चुप्पी साधी हुई है और अभी तक राज्यपाल रमेश बैस ने कोई भी फैसला नहीं सुनाया है। जिसकी वजह से हेमंत सोरेन समेत यूपीए विधायक काफी ज्यादा चिंतित हैं। आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने अपना मंतव्य राजभवन में भेज दिया है और अपने मंतव्य में मुख्यमंत्री की विधानसभा सदस्यता को रद्द करने की सिफारिश की है। ऐसे में राज्यपाल विशेषज्ञों से कानूनी सलाह ले रहे हैं।

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केंद्र को सौंप सकते हैं रिपोर्ट

झारखंड में जारी सियासी उठापटक के बीच राज्यपाल दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता को लेकर राज्यपाल रिपोर्ट को केंद्र सरकार को सौंप सकते हैं। ऐसे में राज्यपाल का दिल्ली दौरा काफी ज्यादा अहम माना जा रहा है।

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