धर्मस्थल को लेकर 2 पक्षों में हुई झड़प, 3 लोग हुए घायल, 14 पर मुकदमा दर्ज
जो धर्मस्थल है उसे एक पक्ष बाबा रामदेव का मंदिर बताकर पूजा करता है। वहीं दूसरा पक्ष का कहना है कि यह बाबा पीर की दरगाह है। कुछ लोगों का ये भी कहना है कि अक्सर यहां आरती होती है। रविवार रात भी 8 बजे आरती हुई। इसके बाद जयकारे और नारेबाजी के दौरान कुछ लोगों ने आपत्ति लेते हुए विवाद शुरू कर दिया।
भोपाल। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के विक्रमगढ़ में रविवार को एक धर्मस्थल के बाहर दो पक्षों में पथराव हुआ। जिसके बाद कुछ दुकानों में तोड़फोड़ कर दी गई। इस झड़प में 3 लोग घायल हो गए। इस भारी हंगामे को देखते हुए आसपास के थानों का भी बल मंगाया गया, तब जाकर हालात पर काबू पाया जा सका।
दरअसल एएसपी और एसडीओपी आलोट प्रियंका डुडवे पुलिस फोर्स के साथ गांव में पहुंचीं। वहां पहुंचे के बाद एसडीओपी ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। झगड़ा करने वालों को चिन्हित कर हिरासत में लिया जा रहा है। 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।
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आपको बता दें कि जो धर्मस्थल है उसे एक पक्ष बाबा रामदेव का मंदिर बताकर पूजा करता है। वहीं दूसरा पक्ष का कहना है कि यह बाबा पीर की दरगाह है। कुछ लोगों का ये भी कहना है कि अक्सर यहां आरती होती है। रविवार रात भी 8 बजे आरती हुई। इसके बाद जयकारे और नारेबाजी के दौरान कुछ लोगों ने आपत्ति लेते हुए विवाद शुरू कर दिया। इसी कड़ी में दूसरे पक्ष ने कहा कि हम दरगाह के पास खड़े थे, तभी मुंज गांव तरफ से लोग आए और जयकारे लगाते हुए विवाद शुरू कर दिया।
बताया जा रहा है कि विवाद में घायल हुए लोगों को उपचार के लिए आलोट शासकीय अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस अधिकारियों ने आम जनता से शांति की अपील की है और किसी भी प्रकार के धार्मिक भड़काने वाले सोशल मीडिया मैसेज नहीं फैलाने की हिदायत दी है।
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वहीं कुछ लोगो ने बताया कि आरती किए जाने को लेकर कुछ लोगों में बहस हो गई। जिसके बाद दोनों पक्षों के लोग जमा हो गए। और विवाद बढ़ गया। बताया जा रहा है कि धर्मस्थल के पास की दुकानो में तोड़फोड़ हुई। जिसके बाद रात 10 बजे जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इसके बाद मामला शांत हो सका।
दरअसल रामदेव के मूल समाधिस्थल और मंदिर दोनों समुदाय के लोग इबादत और पूजा करते हैं। मुस्लिम लोग उन्हें रामसा पीर कहते हैं वहीं हिंदू उन्हें रामदेवजी।
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