छत्तीसगढ़ में सालभर के भीतर कुपोषित बच्चों की संख्या में करीब 14 फीसदी की आई कमी: सरकार
राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा कि योजना के शुरू होने के समय के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में लगभग 4 लाख 92 हजार बच्चे कुपोषित थे। अब इनमें से 67 हजार से अधिक बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने सोमवार को कहा कि कुपोषण के खिलाफ चलाए गए अभियान के कारण पिछले एक साल में राज्य के भीतर कुपोषित बच्चों की संख्या में करीब 14 फीसदी की कमी आई है। छत्तीसगढ़ सूचना केंद्र की ओर से यहां जारी बयान के मुताबिक, एक साल के भीतर 67 हजार से अधिक बच्चे कुपोषण से मुक्त हुए हैं। राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा, ‘‘ छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आये हैं। अभियान के साथ विभिन्न योजनाओं के एकीकृत योजना और समन्वित प्रयास से बच्चों में कुपोषण दूर करने में बड़ी सफलता मिली है।’’
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उन्होंने बताया, ‘‘योजना के शुरू होने के समय के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में लगभग 4 लाख 92 हजार बच्चे कुपोषित थे। अब इनमें से 67 हजार से अधिक बच्चे कुपोषण से मुक्त हो गए हैं। इस तरह कुपोषित बच्चों में लगभग 13.79 प्रतिशत की कमी आई है।’’ मंत्री के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 के आंकड़ों में महिलाओं और बच्चों में कुपोषण और एनीमिया की दर को देखते हुए प्रदेश को कुपोषण और एनीमिया से मुक्त करने अभियान की शुरुआत भी की है। अनिला का कहना है कि राष्ट्रीय परिवार सर्वेक्षण-4 के अनुसार, प्रदेश के 5 वर्ष से कम उम्र के 37.7 प्रतिशत बच्चे कुपोषण और 15 से 49 वर्ष की 47 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया से पीड़ित थे।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का एक साल: गरम पौष्टिक अहार, समुचित देखभाल से कुपोषण मुक्त हुए प्रदेश के 67,000 बच्चे
— Jansampark CG (@DPRChhattisgarh) October 5, 2020
▶️ अभियान का बच्चों पर सकारात्मक असर: कुपोषित बच्चों में 13.79 % की आई कमी
▶️ समन्वित प्रयासों से कुपोषण दूर करने में मिली उल्लेखनीय सफलता: मंत्री श्रीमती भेंड़िया pic.twitter.com/gWpi3mfEhW
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