करहल को नंदीग्राम बनाने की तैयारी में भाजपा, आखिरी ओवर में बेटे के लिए बल्लेबाजी करने उतरे मुलायम
नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हराया था। ममता बनर्जी की पार्टी पूरे बंगाल में तो शानदार तरीके से जीत हासिल करने में कामयाब हुई। लेकिन नंदीग्राम में ही ममता बनर्जी को हार का सामना करना पड़ गया था। करहल में भी ठीक इसी तरह अखिलेश यादव के सामने बीजेपी चौतरफा रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही है। दो चरण के मतदान हो चुके हैं जबकि अब भी पांच चरण के मतदान बाकी हैं। इन सब के बीच तीसरे चरण में करहल में भी विधानसभा के चुनाव होने हैं। करहल फिलहाल हॉट सीट बना हुआ है। करहल सीट से समाजवादी पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहली बार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने भी अपने मजबूत उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को अखिलेश के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है। फिलहाल करहल की लड़ाई दिलचस्प होती दिखाई दे रही है। करहल यादव परिवार का गढ़ माना जाता है। ऐसे में यह कहा जा रहा था कि अखिलेश यादव के लिए यहां से लड़ाई आसान हो सकती है। लेकिन भाजपा ने करहल में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कुल मिलाकर देखें तो भाजपा करहल में उसी रणनीति के साथ काम कर रही है जिस रणनीति के तहत 2021 के बंगाल चुनाव में नंदीग्राम में काम किया गया था।
नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हराया था। ममता बनर्जी की पार्टी पूरे बंगाल में तो शानदार तरीके से जीत हासिल करने में कामयाब हुई। लेकिन नंदीग्राम में ही ममता बनर्जी को हार का सामना करना पड़ गया था। करहल में भी ठीक इसी तरह अखिलेश यादव के सामने बीजेपी चौतरफा रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है। आज करहल में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी चुनाव प्रचार करने पहुंच गए थे। जानकारी यह भी है कि कल योगी आदित्यनाथ भी करहल में चुनाव प्रचार करने पहुंचेंगे। करहल में अमित शाह ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग सिर्फ परिवार का ही सोचते हैं, अपने ही लोगों का सोचते हैं। समाज का यह भला नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सबका साथ, सबका विकास का नारा देकर सभी का भला किया है।किसान, नौजवान और व्यापारी तीनों मिलकर देश को मज़बूत करेंगे। लोग भी बड़ी उम्मीद से यहां आए हैं। लोगों की संपन्नता, किसानों की पैदावार बढ़ाने के लिए सपा सरकार काम करेगी। यह सिर्फ सपा कर सकती है और कोई पार्टी नहीं: SP नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व CM मुलायम सिंह यादव, मैनपुरी pic.twitter.com/MEQG9oUVw4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 17, 2022
अमित शाह ने कहा कि मैं आज सपा के मित्रों को कहना चाहता हूं। एसपी सिंह बघेल जी भाजपा के नेता हैं, कुछ दिन पहले इन पर हमला किया गया। समाजवादी पार्टी वाले क्या समझते हैं कि ऐसा हमला करने से भाजपा के नेता डर जाएंगे क्या? भाजपा के नेता और मजबूती के साथ प्रचार भी करेंगे और जीतकर भी आएंगे। दूसरी ओर बेटे अखिलेश यादव के लिए भी मुलायम सिंह यादव आज चुनावी प्रचार में उतरे। भले ही करहल समाजवादी पार्टी के लिए गढ़ रहा हो। लेकिन मुकाबला चुनौतीपूर्ण देखते हुए मुलायम सिंह यादव का चुनाव प्रचार करने उतरे थे। यादव ने कहा कि किसान, नौजवान और व्यापारी तीनों मिलकर देश को मज़बूत करेंगे। लोग भी बड़ी उम्मीद से यहां आए हैं। लोगों की संपन्नता, किसानों की पैदावार बढ़ाने के लिए सपा सरकार काम करेगी। यह सिर्फ सपा कर सकती है और कोई पार्टी नहीं।मैं आज सपा के मित्रों को कहना चाहता हूं।
— BJP (@BJP4India) February 17, 2022
एसपी सिंह बघेल जी भाजपा के नेता हैं, कुछ दिन पहले इन पर हमला किया गया।
समाजवादी पार्टी वाले क्या समझते हैं कि ऐसा हमला करने से भाजपा के नेता डर जाएंगे क्या?
भाजपा के नेता और मजबूती के साथ प्रचार भी करेंगे और जीतकर भी आएंगे। pic.twitter.com/bnqmrR7RnO
करहल सीट का समीकरण
करहल सीट मैनपुरी जिले में आता है। 1993 से अबतक एक बार समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। जब 2002 में भाजपा के सोबरन सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को हराया था। करहल सीट पर मतदाताओं की संख्या 371000 है। लेकिन इनमें से सबसे ज्यादा मतदाता यादव हैं। यादव मतदाताओं की संख्या 144000 के आसपास है। इसका मतलब साफ है कि कुल वोटर्स के 38% हिस्सा यादव का हैं। 2017 में जब भाजपा की लहर थी तब भी यहां चुनाव में 5 में से 4 सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी।
अन्य न्यूज़