'भाजपा 2022 में पश्चिम बंगाल में नहीं जीत सकी', अभिषेक बनर्जी बोले- वे बदले की राजनीति पर काम कर रहे हैं
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि भाजपा 2022 में पश्चिम बंगाल नहीं जीत सकी। इसलिए, उन्होंने बंगाल के लोगों पर एक तरह के युद्ध की घोषणा की। उन्होंने दावा किया कि वे बदले की राजनीति पर काम कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीति के बारे पलटवार का दौर लगातार जारी रहता है। हाल के दिनों में देखा जाए तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी केंद्र की मोदी सरकार पर राज्य को पैसा नहीं देने का आरोप लगाती रही है। इन सबके बीच तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने भाजपा पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा 2022 में पश्चिम बंगाल में चुनाव नहीं जीत सकी थी। यही कारण है कि वह बदले की राजनीति कर रही है। इतना ही नहीं, उन्होंने दावा किया कि 2024 के चुनावी लड़ाई में भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव हो रहे जिसके लिए राजनीतिक पारा और भी चढ़ा हुआ है।
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अभिषेक बनर्जी का आरोप
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि भाजपा 2022 में पश्चिम बंगाल नहीं जीत सकी। इसलिए, उन्होंने बंगाल के लोगों पर एक तरह के युद्ध की घोषणा की। उन्होंने दावा किया कि वे बदले की राजनीति पर काम कर रहे हैं। हमने बंगाल के लोगों पर भाजपा की नफरत के प्रभाव को देखा और महसूस किया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भाजपा की लड़ाई जनता से नहीं, बल्कि तृणमूल कांग्रेस से है, लेकिन वे नाराजगी के कारण हमारे लोगों का पैसा रोक रहे हैं। उन्होंन कहा कि ईडी और सीबीआई के बहुत सारे मामले सामने आए हैं। मैंने उनसे कहा है कि वे हमारे पिछले 100 दिनों के काम को पेश कर सकते हैं और जनहित याचिका जारी कर सकते हैं, लेकिन वे सभी इस समय बात कर रहे हैं।
बंगाल के लोगों को वंचित रख रहा: अभिषेक बनर्जी
अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सेंट्रल विस्टा परियोजना पर 20,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है, लेकिन उसने पश्चिम बंगाल को 7,500 करोड़ रुपये के बकाये का भुगतान नहीं किया है, जिसकी मदद से गरीबों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत काम दिया जा सकता था। उन्होंने कहा, ‘‘आप सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) जैसी केंद्रीय एजेंसियों को हमारे पीछे लगाना जारी रख सकते हैं, लेकिन हम बाहरी लोगों के सामने सिर नहीं झुकाएंगे, जिन्हें बंगाल के लोगों के जीवन की जरा-भी परवाह नहीं है।’’
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