मणिपुर में ताजा हिंसा पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने, खरगे के आरोप पर जेपी नड्डा का पलटवार
नड्डा ने बताया कि मणिपुर की मौजूदा स्थिति स्थानीय मुद्दों से निपटने में कांग्रेस की घोर विफलता का परिणाम है जब वह सत्ता में थी। उन्होंने राज्य में स्थिति को सनसनीखेज बनाने की पार्टी की बार-बार की कोशिशों पर हैरानी व्यक्त की। उन्होंने खरगे को संबोधित एक पत्र में कहा कि चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस पार्टी द्वारा मणिपुर में स्थिति को सनसनीखेज बनाने के लिए बार-बार प्रयास किए जा रहे हैं।
मणिपुर में ताजा हिंसा से भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक खींचतान शुरू हो गई है और दोनों राज्य में संकट के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कांग्रेस पर मणिपुर अशांति के मुद्दे पर गलत, गलत और राजनीति से प्रेरित कहानी को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया। उनकी टिप्पणी कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हस्तक्षेप की मांग करने और संकट को कम करने में केंद्र की पूरी विफलता का आरोप लगाने के कुछ ही घंटों बाद आई है।
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नड्डा ने बताया कि मणिपुर की मौजूदा स्थिति स्थानीय मुद्दों से निपटने में कांग्रेस की घोर विफलता का परिणाम है जब वह सत्ता में थी। उन्होंने राज्य में स्थिति को सनसनीखेज बनाने की पार्टी की बार-बार की कोशिशों पर हैरानी व्यक्त की। उन्होंने खरगे को संबोधित एक पत्र में कहा कि चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस पार्टी द्वारा मणिपुर में स्थिति को सनसनीखेज बनाने के लिए बार-बार प्रयास किए जा रहे हैं।
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भाजपा प्रमुख ने कहा कि भारत की प्रगति को पटरी से उतारने के लिए विदेशी ताकतों के गठजोड़ को समर्थन देने और प्रोत्साहित करने का कांग्रेस नेताओं का तरीका 'चिंताजनक' है और सवाल किया कि क्या यह विफलता कांग्रेस की सत्ता की लालसा से उत्पन्न एक दुर्भाग्यपूर्ण अंधा धब्बा है या सावधानीपूर्वक तैयार की गई रणनीति का हिस्सा है। लोगों को विभाजित करना और लोकतंत्र को किनारे करना।
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