कोटा में फंसे छात्रों को लेकर बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने कह दी बड़ी बात
भाजपा चाहती है कि कोटा समेत दूसरे राज्य में फंसे बिहार के बच्चों को वापस लाया जाए। खबरों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर स्वास्थ्य को लेकर राज्य में कोई समस्या नहीं हो तो बच्चों को लाया जा सकता है।
लॉकडाउन की वजह से तमाम ऐसे छात्र हैं जो कि कोटा में फंसे हुए हैं। कोटा में फंसे छात्रों को लेकर इन दिनों राजनीति भी तेज हो गई है। तमाम विपक्ष के नेता सरकार पर निशाना साधने में लगे हैं क्योंकि अन्य राज्य के मुख्यमंत्रियों ने अपने अपने छात्रों को वापस बुला लिया है। जिसको लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधने की कोशिश की गई। वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कोटा के छात्रों को लेकर बड़ी बात कह दी है। संजय जायसवाल ने कहा कि पार्टी इस मामले पर संवेदनशील है। भाजपा चाहती है कि कोटा समेत दूसरे राज्य में फंसे बिहार के बच्चों को वापस लाया जाए। खबरों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर स्वास्थ्य को लेकर राज्य में कोई समस्या नहीं हो तो बच्चों को लाया जा सकता है।
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इससे पहले एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा था कि लाखों प्रवासी बिहारी जो राज्य के बाहर फंसे हुए हैं और वे सबसे ज्यादा वनडे बल शिक्षण कोटा में फंसे छात्र है जिनकी उम्र 16 से 20 के बीच है वह संभवत पहली बार ही घर से बाहर निकले हैं निश्चित रूप से उनकी क्षमता मानसिक दबाव को झेलने में कम है यही वजह है कि कई राज्य सरकार उनको वापस ले गई लोग उनके इस समय में इस पर केंद्र और राज्य सरकार कोई ठोस निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी हो दिशा-निर्देश लेकर इन बच्चों को घर लाने का प्रयास किया जाए।
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तेज प्रताप यादव ने मांगी बच्चों के लाने की इजाजत
कोटा के छात्रों को लेकर तेज प्रताप ने पटना में हवन किया साथ ही उन्होंने कहा कि महामारी के वक़्त में फंसे बच्चों को वापस लाया जाए। उन्होंने कहा की बस की व्यवस्था उनके द्वारा की गयी है और अगर नीतीश कुमार उन्हें अनुमति दें तो बच्चों को लाने के लिए खुद ही जाएंगे।
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