नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व नेता का बड़ा दावा, 2014 में बीजेपी के साथ सरकार बनाना चाहते थे उमर अब्दुल्ला

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अंकित सिंह । Sep 3 2024 7:58PM

जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, राणा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा नेताओं ने एनसी प्रतिनिधिमंडल की अनदेखी की, जिससे उन्हें खाली हाथ लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा।

भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंदर सिंह राणा ने मंगलवार को उमर अब्दुल्ला पर यह कहने के लिए पलटवार किया कि राम माधव पीडीपी के साथ गठबंधन करने के लिए कश्मीर में वापस आ गए हैं। राणा ने दावा किया कि 2014 के चुनावों के बाद, उमर ने गठबंधन के लिए भाजपा नेताओं से संपर्क किया था, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि मुझे यह सुनकर आश्चर्य हुआ कि उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राम माधव के पीडीपी से संबंध हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तथ्य यह है कि 2014 में, उमर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल, जिसका मैं भी हिस्सा था, भाजपा के साथ गठबंधन करने के लिए भीख का कटोरा लेकर दिल्ली गया था।

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जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, राणा ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा नेताओं ने एनसी प्रतिनिधिमंडल की अनदेखी की, जिससे उन्हें खाली हाथ लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। राणा ने कहा नेकां के नेता जिसमें उमर अब्दुल्ला भी शामिल है वह कश्मीर में लोगों को गुमराह करने के लिए कह कर रहे है कि केवल नेशनल कांफ्रेंस भारतीय जनता पार्टी से लड़ाई लड़ रही है। 

उन्होंने कहा सच्चाई यह है कि नेकां के 2014 के विधानसभा चुनाव में 15 विधायक थे और भारतीय जनता पार्टी के 25। सत्ता में बने रहने के लिए उमर अब्दुल्ला भाजपा के साथ गठबंधन के लिए सहमत थे और दिल्ली में भाजपा नेताओं में अमित शाह और राम माधव के अलावा संघ के कई नेताओं से वह मिले थे और मिलकर सरकार गठन की पेशकश की थी ।भाजपा ने उनकी पेशकश को ठुकरा दिया था। पीडीपी नेता एवं पूर्व सीएम मुफती मोहम्मद सईद के निधन के बाद भी नेकां ने सरकार गठन के लिए कोशिश शुरू की थी। डा. फारूक अब्दुल्ला ने कट़डा में भी कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाने के लिए तैयार है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने डा. फारूक अब्दुल्ला का आफर ठुकरा दिया।

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विधानसभा चुनाव 2024 में उमर अब्दुल्ला कह रहे है कि नेशनल कांफ्रेंस को छोडकर हर पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ मिली हुई है। राणा ने कहा उमर अब्दुल्ला को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह खुद भी भारतीय जनता पार्टी की बदौलत केंद्र में मिनिस्टर रह चुके है। राणा ने कहा उमर अब्दुल्ला कहते है कि राम माधव के जम्मू कश्मीर में भाजपा का चुनाव सह प्रभारी बनने से पीडीपी एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दे सकती है। उन्होंने कहा उमर अब्दुल्ला बारामूला लोकसभा सीट हारने के बाद बौखला गए है। भाजपा के लिए देश पहले हैं और पार्टी दूसरे नंबर पर पार्टी व स्वय आखिर में। भाजपा पारदर्शी राजनीति करती है और जो कहती है। वह करती है।हमारा लक्ष्य जम्मू कश्मीर को चमकता सितारा बनाने का है। यहां पर शांति और खुशहाली हो।

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