खरगोन हिंसा से प्रशासन ने लिया सबक, हनुमान जयंती पर सशर्त जुलूस की दी इजाजत

hanuman jayanti
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रामनवमी के बाद शनिवार को हनुमान जयंती पर हिंदू संगठनों द्वारा जुलूस निकाला जाएगा लेकिन इस बार भोपाल में आयोजकों के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की बैठक हुई। दोनों पक्षों के बीच चर्चा में परंपरागत मार्ग से ही जुलूस निकाले जाने की अनुमति दी गई परंतु आयोजकों को 16 शर्तों के साथ जुलूस की अनुमति दी गई।

भोपाल। खरगोन और बड़वानी में रामनवमी के दिन हुई सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं के बाद अब भोपाल पुलिस और प्रशासन सतर्क दिखाई दे रहा है। इसकी ताजा उदाहरण, हनुमान जंयती पर भोपाल में जुलूस में कौन से गाने बजेंगे इसकी सूची प्रशासन को आयोजकों ने सौंपी है और उन्हें कौन से नारे लगाए जाएं, इस बारे में भी ब्रीफ कर दिया गया है। रामनवमी के बाद शनिवार को हनुमान जयंती पर हिंदू संगठनों द्वारा जुलूस निकाला जाएगा लेकिन इस बार भोपाल में आयोजकों के साथ पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की बैठक हुई। 

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दोनों पक्षों के बीच चर्चा में परंपरागत मार्ग से ही जुलूस निकाले जाने की अनुमति दी गई परंतु आयोजकों को 16 शर्तों के साथ जुलूस की अनुमति दी गई। जब प्रशासन ने आयोजकों से भड़काऊ नारे नहीं लगाने तथा ऐसे गानों को नहीं बजाने की हिदायत दी जो किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुंचाएं तो आयोजकों ने न केवल प्रशासन और पुलिस को भरोसा दिलाया बल्कि जो गाने बजाए जाएंगे उसकी सृची भी सौंप दी। जुलूस मार्ग पर ड्रोन कैमरों से भी नजर रखी जाएगी।

बुधवारा और इतवारा से निकलेगा जुलूस

हनुमान जयंती जुलूस को प्रशासन ने बुधवारा और इतवारा से जुलूस निकालने की अनुमति दे दी है लेकिन उन्हें शर्तों में बांध दिया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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