Sandeshkhali Incident | बंगाल पुलिस ने संदेशखालि में एक तृणमूल नेता को किया गिरफ्तार, शाहजहां के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
अधिकारी ने बताया कि फरार तृणमूल नेता शाहजहां शेख के करीबी सहयोगी माने जाने वाले मैती को रविवार शाम को एक व्यक्ति के आवास से हिरासत में लिया गया, जहां उन्होंने ग्रामीणों द्वारा पीछा किए जाने के बाद खुद को चार घंटे से अधिक समय तक बंद रखा था।
कोलकाता। तृणमूल नेतृत्व ने रविवार को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि पार्टी उन नेताओं के साथ खड़ी नहीं होगी जिन्होंने कथित तौर पर संदेशखाली में ग्रामीणों पर अत्याचार किया था। बात को आगे बढ़ाने के लिए, तृणमूल ने बेरमजुर आंचल समिति के अध्यक्ष अजीत मैती को उनकी नियुक्ति के 24 घंटे के भीतर जमीन हड़पने और यातना के आरोप में बाहर कर दिया।
बंगाल पुलिस ने संदेशखालि में एक तृणमूल नेता को किया गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल पुलिस ने ग्रामीणों की जमीन हड़पने के आरोप में उत्तरी 24 परगना जिले के अशांत संदेशखालि से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अजीत मैती को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
इसे भी पढ़ें: Anandi Gopal Joshi Death Anniversary: आनंदी गोपाल जोशी भारत की पहली महिला डॉक्टर बनीं, 19 साल में एमडी बनकर रचा इतिहास
शाहजहां के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
अधिकारी ने बताया कि फरार तृणमूल नेता शाहजहां शेख के करीबी सहयोगी माने जाने वाले मैती को रविवार शाम को एक व्यक्ति के आवास से हिरासत में लिया गया, जहां उन्होंने ग्रामीणों द्वारा पीछा किए जाने के बाद खुद को चार घंटे से अधिक समय तक बंद रखा था। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘ग्रामीणों से जमीन हड़पने की शिकायत मिलने के बाद हमने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। हम उन्हें बाद में अदालत में पेश करेंगे।’’ उन्होंने बताया कि 70 से ज्यादा शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने शाहजहां शेख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अधिकतर शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि शाहजहां उनकी जमीन के जबरन अधिग्रहण और स्थानीय महिलाओं पर अत्याचार में सक्रिय रूप से शामिल था। जमीन हड़पने और स्थानीय महिलाओं पर अत्याचार करने के आरोपी शाहजहां और उनके समूह के साथ कथित संबंध रखने से गुस्साए ग्रामीणों ने कुछ दिन पहले मैती पर हमला किया था।
इसे भी पढ़ें: अदालत ने Gyanwapi Masjid के तहखाने में पूजा की अनुमति देने के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका खारिज की
टीएमसी ने 'जमीन कब्जाने वाले नेता' अजीत मैती को निष्कासित किया
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को लगातार दूसरे दिन पश्चिम बंगाल के संदेशखालि का दौरा किया और उन ग्रामीणों की शिकायतें सुनीं जो पार्टी के स्थानीय नेताओं के कथित अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। संदेशखालि में बड़ी संख्या में महिलाओं ने स्थानीय तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। इस मामले में ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के बीच सत्तारूढ़ दल के नेताओं का संदेशखालि का यह चौथा दौरा है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की एक टीम पर पांच जनवरी को भीड़ ने उस समय हमला किया था जब उसने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि में शेख के आवास में प्रवेश करने की कोशिश की थी। हमले में तीन अधिकारी घायल हो गए थे। इसके बाद से शेख फरार है और स्थानीय लोग वहां प्रदर्शन कर रहे हैं।
अन्य न्यूज़