शहरों से आने वालों को लेकर महाराष्ट्र के गांवों की बढ़ी चिंता, अतिरिक्त सावधानी बरतने की दी गई हिदायद
कोल्हापुर के कलेक्टर दौलत देसाई ने रविवार को पुणे के संभागीय आयुक्त के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर बड़ी संख्या में आने वाले लोग पृथक-वास आदेशों का पालन नहीं करते हैं या कोविड-19 की जांच नहीं कराते हैं, तो यह स्थानीय आबादी को नुकसान पहुंचा सकता है।
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में अपने घर जाने के इच्छुक लोगों के लिए यात्रा पास जारी करने की अनुमति पर राज्य के कई जिलों ने चिंता जताते हुए कहा कि यदि दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो शहर से गांव आने वाले लोगों के कारण यहां भी कोविड-19 फैल जाएगा। कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरि, सोलापुर, नांदेड़, जैसे जिलों के अधिकारी इस तरह की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। कोल्हापुर के कलेक्टर दौलत देसाई ने रविवार को पुणे के संभागीय आयुक्त के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर बड़ी संख्या में आने वाले लोग पृथक-वास आदेशों का पालन नहीं करते हैं या कोविड-19 की जांच नहीं कराते हैं, तो यह स्थानीय आबादी को नुकसान पहुंचा सकता है।
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उन्होंने कहा, ‘‘गांवों में आने वाली भीड़ से कोरोना वायरस फैल सकता है। मुंबई और पुणे जैसे शहरों से आने वाले लोगों को सख्त निर्देश दिए जाने चाहिए कि उन्हें अनिवार्य दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।’’ गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने भी इसी तरह की चिंता व्यक्त की है। उन्होंने रविवार को कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में बाहर से आने वाले कुछ लोगों के कारण कोल्हापुर में कोरोना वायरस संक्रमण फैल गया। लोगों के आने-जाने के कारण बीमारी ना फैले, इसके लिए हमें अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।’’ राज्य के गृह विभाग ने रविवार को कहा कि विभाग ने महाराष्ट्र के लोगों के लिए लगभग 3.69 लाख पास जारी किए हैं ताकि उन्हें अपने घर की जाने की अनुमति मिल सके। सोलापुर, अहमदनगर और रत्नागिरि के कई गांवों में स्थानीय लोगों ने बाहरी लोगों के लिए सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है।
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