अगर अरविंद केजरीवाल को कानून या जनभावनाओं का कोई सम्मान है तो उन्हे सुप्रीम कोर्ट के 11 मई के जमानत आदेश के बाद कल जेल वापस जाने के आदेश का पालन करना चाहिए - वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करने की शर्त पर जमानत मिली थी, लेकिन एक बार बाहर आने के बाद उन्होंने आदेश बदलवाने की कोशिश की है और अब वह हर संभावित न्यायालय में बेशर्मी से लड़ रहे हैं ताकि जमानत बढ़ाई जा सके।
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि यह दुखद है कि अरविंद केजरीवाल जिन्होने पिछले 20 दिनों में जमानत मिलने के बाद स्वास्थ्य की सर्वोत्तम स्थिति में प्रचार किया है, वह अब गंभीर रूप से बीमार होने की बात कह कर चिकित्सा जमानत मांग रहे हैं।
सचदेवा ने कहा है कि यह चौंकाने वाली बात है कि अरविंद केजरीवाल जो रोज़ाना व्यापक रूप से प्रचार करते रहे वह अब न्यायालय और सामान्य जनता के सामने बीमार होने का दावा कर रहे हो।
यह अजीब है कि एक आदमी जो सार्वजनिक दृष्टि में मीडिया के सामने प्रचार करता है, वही मीडिया से उसकी नकली बीमारी की खबर चलाने की चाहत रखता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करने की शर्त पर जमानत मिली थी, लेकिन एक बार बाहर आने के बाद उन्होंने आदेश बदलवाने की कोशिश की है और अब वह हर संभावित न्यायालय में बेशर्मी से लड़ रहे हैं ताकि जमानत बढ़ाई जा सके।
सचदेवा ने कहा है कि अगर अरविंद केजरीवाल में कोई भी नैतिक मूल्य शेष बचा है तो उन्हें अब बीमारी और कानूनी नाटक नहीं खेलना चाहिए और कल सुबह सुबह संबंधित दायित्ववाह जज के समक्ष सरेंडर करना चाहिए।
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