रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच बोले फ्रांस के राजदूत, भारत की आवाज महत्वपूर्ण, हम UNSC में स्थाई सीट के प्रबल समर्थक
इमैनुएल लेनिन ने कहा कि हम यूक्रेन की बहुत मदद कर रहे हैं। यूरोप के सभी देशों ने यूक्रेन को मानवीय सहायता के अलावा उपकरण, हथियार भेजने का फैसला किया है। हम बहुत अधिक राजनीतिक समर्थन भी प्रदान करते हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच फ्रांस ने भारत के लिए बड़ी बात कही है। फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने कहा कि भारत की आवाज़ बहुत महत्वपूर्ण है। भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर बड़ी जिम्मेदारी चाहता है। हमारा देश भारत को यूएनएससी में स्थायी सीट मिलने का प्रबल समर्थक है। भारत की आवाज़ दुनिया में सुनी जाती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसलिए हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर भरोसा करते हैं। भारत ने क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर बयान दिए हैं जिनका हम स्वागत है।
इमैनुएल लेनिन ने कहा कि हम यूक्रेन की बहुत मदद कर रहे हैं। यूरोप के सभी देशों ने यूक्रेन को मानवीय सहायता के अलावा उपकरण, हथियार भेजने का फैसला किया है। हम बहुत अधिक राजनीतिक समर्थन भी प्रदान करते हैं। रिकॉर्ड समय में हमने रूस, उसके बैंकिंग संस्थानों के खिलाफ अभूतपूर्व प्रतिबंध लगाए हैं। आपको बता दें कि रूस-यूक्रेन विवाद में भारत न्यूट्रल खड़ा है। भारत ने साफ तौर पर कह दिया है कि हम चाहते हैं कि विवाद का समाधान बातचीत और शांतिपूर्ण तरीके से हो।#WATCH | "...Nobody should say what India should do. As crisis is deepening, support from India would be very welcome because India's voice matters," says Emmanuel Lenain, French Ambassador to India when asked about France's upcoming humanitarian resolution at UN Security Council pic.twitter.com/8yLFrbLEq7
— ANI (@ANI) March 3, 2022
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गौरतलब है कि भारत ने बुधवार को यूक्रेन के खिलाफ रूसी हमले की निंदा करने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के प्रस्ताव पर मतदान में भाग नहीं लिया। मॉस्को और कीव के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर एक सप्ताह से भी कम समय में संयुक्त राष्ट्र में लाए गए तीसरे प्रस्ताव में भारत ने भाग नहीं लिया। प्रस्ताव पर मतदान के बाद अपने बयान में संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत यूक्रेन में तेजी से बिगड़ते हालात और मानवीय संकट को लेकर बेहद चिंतित है। वहीं, 193 सदस्यीय महासभा ने बुधवार को यूक्रेन की संप्रभुता, स्वतंत्रता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि करने के लिए मतदान किया और यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता की कड़े शब्दों में निंदा की।
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