अखिलेश के पास नहीं है भाजपा को सत्ता में आने से रोकने की ताकत: असदुद्दीन ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख ने आवारा पशुओं की समस्या का मुद्दा उठाया। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि उन्हें आवारा पशुओं की समस्या के बारे में पता चला जो राज्य में किसानों को चुनाव के समय ही परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुफ्त राशन बांटकर भाजपा गरीबों का अपमान कर रही है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के बीच घमासान मचा हुआ है। इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के पास भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से उखाड़ फेंकने की ताकत नहीं है। उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ और 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन करके चुनाव लड़ा था।
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आपको बता दें कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा ने कांग्रेस का साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में सपा को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा ने बसपा प्रमुख मायावती के साथ हाथ मिलाया था और बुआ-बबुआ की जोड़ी भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। ऐसे में इस बार के चुनाव में सपा ने बड़ी पार्टियों की जगह छोटे-छोटे दलों को एकजुट किया और अपनी किस्मत आजमा रही है।
एआईएमआईएम प्रमुख ने आवारा पशुओं की समस्या का मुद्दा उठाया। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि उन्हें आवारा पशुओं की समस्या के बारे में पता चला जो राज्य में किसानों को चुनाव के समय ही परेशान कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि मुफ्त राशन बांटकर भाजपा गरीबों का अपमान कर रही है।
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इसके अतिरिक्त एक अन्य रैली में उन्होंने यूएपीए कानून को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने यूएपीए कानून लाया था। वह कानून यह कहता है कि दिल्ली में एनआईए का एक अफसर बैठककर विधानसभा में किसी लड़के का नाम शादाब हो सकता है तो उसे बिनी कोर्ट के फैसले के आतंकवादी घोषित कर सकते हैं। सपा, कांग्रेस और बसपा ने मिलकर इस कानून की तारीफ की। इस कानून की मुखालिफत सिर्फ और सिर्फ हमने किया था।
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