दिल्ली में वायु गुणवत्ता सामान्य रही, पराली जलाने का नगण्य प्रभाव रहा
भू-विज्ञान मंत्रालय के पूर्वानुमान निकाय ‘सफर’ के अनुसार ‘‘ दिल्ली का एक्यूआई मध्यम श्रेणी में है। स्थानीय शुष्क मौसम एवं मध्यम हवा में स्थानीय धूल उत्सर्जन से पीएम 10 बढ़ जाता है। मरूस्थलीय क्षेत्रों से अतिरिक्त धूल आने की संभावना रहती है।’’
नयी दिल्ली| राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को वायु की गुणवत्ता ‘मध्यम’ रही तथा पराली जलाने का नगण्य प्रभाव रहा। भू-विज्ञान मंत्रालय के पूर्वानुमान निकाय ‘सफर’ के अनुसार दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 173 रहा तथा अगले तीन दिनों तक यहां गुणवत्ता का स्तर मध्यम रहने की संभावना है।
सफर ने कहा, ‘‘ दिल्ली का एक्यूआई मध्यम श्रेणी में है। स्थानीय शुष्क मौसम एवं मध्यम हवा में स्थानीय धूल उत्सर्जन से पीएम 10 बढ़ जाता है। मरूस्थलीय क्षेत्रों से अतिरिक्त धूल आने की संभावना रहती है।’’
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उसने कहा, ‘‘ पराली जलाने का प्रभाव नगण्य है। संपूर्ण एक्यूआई अगले तीन दिनों तक मध्यम रहेगा। ’’
इस बीच पराली जलाने की घटनाएं कम हुई हैं। शनिवार को 542 ऐसी घटनाएं हुईं जिनमें पंजाब में 369, हरियाणा में 136, उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान में सात-सात तथा मध्य प्रदेश में 23 ऐसी घटनाएं हुईं।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने यह आंकड़ा दिया है। यह आंकड़ा कल के 1288 के आंकड़े से कम हैं। इन छह राज्यों में 15 सितंबर से 22 अक्टूबर तक पराली जलाने की कुल 7790 घटनाएं हुई हैं।
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