नया टूलकिट या फिर प्रोपोगैंडा मार्केटिंग, Hyundai से लेकर फूड चेन कंपनियां आखिर क्यों उगल रहीं भारत विरोधी जहर ?

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अभिनय आकाश । Feb 8 2022 6:48PM

प्रोपोगैंडा मार्केटिंग के लिए हुंडई और अन्य कंपनियों ने किया। पहले तो हुंडई के पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल ने एक ट्विट किया जो कश्मीर को लेकर था। इसके बाद इस मामले में फूड चेन पिज्जा हट और केएफसी भी शामिल हो लिए।

पाकिस्तान में प्रोपोगैंडा मार्केटिंग का एक नया दौर शुरू हो गया है। जिसमें विदेशी कार कंपनियों से लेकर फूड चेन कंपनियां भी शामिल हो गई हैं। वो कंपनियां जिनके सुर भारत में कुछ और होते हैं और पाकिस्तान में कुछ और नजर आ रहे हैं। पहले तो हुंडई कंपनी ने कश्मीर की आजादी को लेकर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी उसके बाद इस विवाद में पिज्जा हट और केएफसी भी कूद पड़े। ये कंपनियां मार्केटिंग के लिए इसी देश की संप्रभुता से भी खेल सकती हैं। जैसा की प्रोपोगैंडा मार्केटिंग के लिए हुंडई और अन्य कंपनियों ने किया। पहले तो हुंडई के पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल ने एक ट्विट किया जो कश्मीर को लेकर था। इसके बाद इस मामले में फूड चेन पिज्जा हट और केएफसी भी शामिल हो लिए। जिसे एक प्रकार का टूलकिट कहा जाए तो गलत नहीं होगा। ब्रांड/एमएनसी/संगठन के द्वारा देश की क्षेत्रीय संप्रभुता पर सवाल उठाना, उसका अनादर करना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त के योग्य नहीं है। इसलिए भारत सरकार की। केंद्र सरकार ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा पिछले दिनों मनाए गए ‘‘कश्मीर एकजुटता दिवस’’ का समर्थन करने वाली कार निर्माता कंपनी हुंदई को इस कृत्य के लिए माफी मांगने को कहा गया है। वहीं दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री ने खेद व्यक्त किया है। ऐसे में आपको बताते हैं कि क्या है पूरा विवाद, #BoycottHyundai हुआ ट्रेंड तो कंपनी ने जताया खेद, केएफसी और पिज्जा हट ने क्या सफाई दी और भारत सरकार का पूरे मामले पर क्या स्टैंड है। 

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आखिर क्या है हुंडई विवाद?

एक ट्वीट और हुंडई भारत जैसे बड़े कार बाजारों में बुरी तरह से घिर गई। सोशल मीडिया पर बायकॉट हुंडई हैशटैग ने ऐसा ट्रेंड किया कि कंपनी को वो ट्वीट डिलीट कर सफाई देनी पड़ी। ये पूरा मामला कश्मीर से जुड़ा है जिसके लिए पाकिस्तान पांच फरवरी को कश्मीरी एकता दिवस मनाता है। इसी दिन को अपने अंदाज में मनाते हुए हुंडई कंपनी की पाकिस्तानी यूनिट के सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट किया गया। 5 फरवरी को हुंडई पाकिस्तान आधिकारिक हैंडल से किए गए पोस्ट में लिखा था- अपने कश्मीरी भाइयों के बलिदान को याद करें और उनके समर्थन में खड़े हों। क्योंकि वे आजादी के लिए लगातार लड़ रहे हैं। हुंडई की पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल से किए गए पोस्ट ने भारतीयों का गुस्सा बढ़ा दिया। देखते ही देखते भारतीय यूजर्स ने हुंडई को उसकी असलियत दिखाते हुए पाकिस्तान में उसकी हैसियत भी दिखा दी। यूजर्स ने कहा हुंडई कंपनी दुनिया के सबसे बड़े बाजार को समझने में भूल कर गई है, अब भारतीय उसे घुटने पर लाएंगे। इसके बाद हुंडई पाकिस्तान ने ट्वीट और फेसबुक पोस्ट दोनों को हटा दिया। लेकिन उसके स्कीनशॉट्स सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। हालत ऐसे भी हो गए जब सोशल मीडिया पर लोग हुंडई की प्रतिद्ववंदी कंपनी की फोटो डालकर कह रहे हैं कि हम हुंडई की गाड़ी नहीं खरीदेंगे। 

हुंडई  की सफाई

पूरे विवाद के बाद डुंडई को कहना पड़ा कि हुंडई मोटर इंडिया भारतीय बाजार के लिए 25 साल से ज्यादा समय से अग्रसर है। वो देश की ठोस भावना के साथ मजबूती से खड़ी है। हमें सोशल मीडिया के एक ऐसे पोस्ट से जोड़ा जा रहा है, जिससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है। ये भारत जैसे महान देश के लिए हमारी सेवा और बेमिसाल प्रतिबद्धता पर आघात है। किसी भी असंवेदनशील बातचीत के लिए उनके जीरो टॉलरेंस पॉलिसी और वे उनकी निंदा करते हैं। भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तौर पर हम देश के साथ-साथ नागरिकों की बेहतरी के लिए अपना प्रयास जारी रखेंगे। हालांकि ये बयान ऐसा बयान है जिसमें न कंपनी ने माफी मांगी है। साथ ही कंपनी के खिलाफ लिखने वाले भारतीय यूजर्स को ब्लॉक करने पर भी कोई खेद नहीं जताया है। सबसे बड़ी बात कि पाकिस्तानी हुंडई पर भी कंपनी ने कोई भी एक्शन लेने की बात नहीं कही है।  

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भारत में दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता है हुंडई

मार्केट लीडर मारुति सुजुकी के बाद कंपनी भारत में दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता है और भारत से कारों के शीर्ष निर्यातकों में से एक है। जनवरी 2022 में इसकी 44,022 यूनिट्स की बिक्री हुई। कुल मिलाकर 2021 में कंपनी ने भारत में 505,033 यूनिट्स की बिक्री की, जो साल दर साल 19.2 फीसदी ज्यादा है। भारत और पाकिस्तान में हुंडई के बाजार में अंतर देखें तो पाक व्हीकल्स डॉट कॉम के मुताबिक 2020 में डुंडई निशात की दो कारें पाकिस्तान में मौजूद थीं। एसयूवी हुंडई टुसो और पिकअप ट्रक हुंडई पोटर। 

पाकिस्तान में हुंडई का मार्केट

साल        हुंडई की कुल बिक्री

2020           1587

2021               8141

साल 2021 में हुंडई ने इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार भारत में कंपनी ने 505,033 यूनिट्स की बिक्री की। 

केएफसी और पिज्जा हट का क्या विवाद है?

हुंडई के बाद फूड चेन कंपनी पिज्जा हट और केएफसी की तरफ से भी कश्मीर को लेकर पोस्ट किए गए। 5 फरवरी को पाकिस्तान की तरफ से मनाए जाने वाले कश्मीर एकजुटता दिवस पर पिज्जा हट पाकिस्तान ने सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा कि हम आपके साथ खड़े हैं। इसके साथ ही कहा गया कि आइए कश्मीर एकजुटता दिवस पर अपने कश्मीरी भाइयों की स्वतंत्रता के लिए खड़े हों। वहीं केएफसी के पाकिस्तानी एफबी पेज पर कश्मीर के साथ एकजुटता दिखाने वाला एक तस्वीर पोस्ट किया गया। केएफसी की ओर से लिखा गया कि हम आशा करते हैं कि आने वाले वर्ष आपके लिए शांति लाए। तस्वीर में कश्मीर बिलोंग्स टू द कश्मीर लिखा हुआ था। 

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केएफसी ने मांगी माफी, पिज्जा हट की सफाई

सोशल मीडिया पर केएफसी और पिज्जा हट के बॉयकाट की मांग उठने पर जहां केएफसी इंडिया ने माफी मांग ली वहीं पिज्जा हट ने अपनी सफाई दी है। केएफसी ने लिखा कि देश के बाहर केएफसी के कुछ सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रकाशित एक पोस्ट के लिए हम तहेदिल से माफी मांगते हैं। हम भारत का सम्मान करते हैं और गर्व के साथ सभी भारतीयों की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं। वहीं पिज्जा हट की तरफ से एक बयान जारी करके कहा गया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे किसी भी पोस्ट की सामग्री को लेकर निंदा, समर्थन या सहमति प्रकट नहीं करता। कंपनी की ओर से कहा गया रि हम अपने सभी भाइयों और बहनों को गर्व के साथ सेवा देने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं। 

भारत ने दिखाया सख्त रुख

भारत ने हुंडई की पाकिस्तान इकाई की तरफ से तथाकथित कश्मीर एकता दिवस पर सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करने को लेकर दक्षिण कोरिया के राजदूत को तलब किया और इस तरह की अस्वीकार्य पोस्ट को लेकर कड़ी नाखुशी दर्ज करायी। देश मंत्रालय के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री ने इस मामले में खेद जताया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा किराजदूत को तलब कर इस बात पर जोद दिया गया कि यह मामला भारत की क्षेत्रीय अखंडता से जुड़ा है, जिससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता। बागची ने कहा कि रविवार को सोशल मीडिया पोस्ट सामने आने के तत्काल बाद सियोल में भारतीय राजदूत ने हुंडई मुख्यालय से संपर्क किया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग युआई योंग ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान इस मामले को लेकर खेद जताया है। 

-अभिनय आकाश 

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