शर्तें या मुहब्बत (व्यंग्य)

love
Creative Commons licenses
संतोष उत्सुक । Jun 11 2024 6:17PM

अनुबंध में किसी भी तरह की एडिक्शन, व्यवहार में तेज़ बदलाव, सार्वजनिक जगहों पर विवाद, किसी नए या पुराने मित्र के साथ रोमांटिक या अतरंग सम्बन्ध नहीं जैसी धाराएं भी शामिल हैं। शर्तों पर मुहब्बत रचाने वाले इन दोनों को यह गीत भी गाते रहना चाहिए।

इंसानी रिश्ते आपसी विशवास पर टिके होते हैं। मानो न मानो इसमें कुछ अदृश्य शर्तें भी रहती हैं। अब वह ज़माना कहां रहा जब मुहब्बत में सिर्फ मुहब्बत होती थी। अब तो रिश्ते बचाए रखने के लिए शर्तों में लिपटी मुहब्बत की जा रही है। बदलाव और बाज़ार ने इंसानी रिश्तों को तकनीकी रास्तों में फंसा दिया है। यह रास्ते समझा रहे हैं कि प्यार जताते रहने के लिए निरंतर संपर्क बनाए रखना ज़रूरी है। प्यार को प्यार की तरह कैसे किया जाए इसके लिए प्रसिद्ध लोग कुछ ठोस प्रयास करें तो बदलाव आ सकता है। खुशी की बात है कि ऐसा होने लगा है, वह बात दीगर है कि ऐसा व्यावसायिक शैली में किया जा रहा है। 

सत्रह साल की उम्र किसी ज़माने में कमसिन मानी जाती थी लेकिन अब इस उम्र में, व्यक्तिगत व्यवहार के लिए व्यावसायिक अनुबंध हो रहे हैं। अचरज नहीं, पिछले दिनों दुनिया के नामी खिलाड़ी ने, अपने से उम्र में बड़ी गर्ल फ्रेंड के साथ सम्बन्ध अनुबंध साइन किया है। जब दो व्यवसायी अनुबंध करते हैं तो लगता है सफल ज़िंदगी जीना भी व्यवसाय ही है। संबंधों के मामले में आम आदमी तो सड़क के बीच में गधे की तरह खड़ा रहता है। इन दोनों के बीच हुआ संबंध समझौता प्रेरक है जिससे काफी कुछ सीखा जा सकता है। जिन्हें संबंधों में आशंकाओं के पैबंद दिखते हैं उनके लिए संजीदा सलाह है।

इसे भी पढ़ें: आरक्षण की सुरक्षित नदियां (व्यंग्य)

एक दूसरे को रोजाना ‘आई लव यू’ ज़रूर कहना अनुबंध की महत्त्वपूर्ण शर्त है। इसमें प्यार का कितना प्रतिशत इज़हार शामिल रहेगा यह व्यवसायिक राज़ होगा। दिन के दौरान हुए झगड़े को सुलझाए बिना रात को सोना मना है। हमारे यहां तो एक बात पर झगड़ा सालों चल सकता है। मुकदमा हो सकता है। उनके अनुसार सार्वजनिक जगहों पर दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़ेंगे ताकि प्यार दिखता रहे।  हम तो शादी ब्याह में गाते या नाचते हुए ही पकड़ते हैं। क्या हाथ पकड़ने की जगह थामना कह सकते हैं। उनके अनुसार किसी भी बात का जवाब ओके कहकर नहीं दे सकते बल्कि विवरण देना होगा। नियम तोड़ने वाले को पार्टनर की पसंद की चीज़ दिलानी होगी। जिसके पास माकूल पैसा है वह दूसरे की पसंद की दिला सकता है। जिसके पास नहीं वह तो अपनी पसंद की भी नहीं दे सकता न ले सकता। उनका अनुबंध यह भी समझाता है कि प्यार जताने के लिए पैसा सबसे ज़रूरी है, प्यार करना बाद की बात है।  

अनुबंध में किसी भी तरह की एडिक्शन, व्यवहार में तेज़ बदलाव, सार्वजनिक जगहों पर विवाद, किसी नए या पुराने मित्र के साथ रोमांटिक या अतरंग सम्बन्ध नहीं जैसी धाराएं भी शामिल हैं। शर्तों पर मुहब्बत रचाने वाले इन दोनों को यह गीत भी गाते रहना चाहिए, ‘मुझको शिकायत का मौक़ा तो न दोगे, मौका नहीं दूंगा’।

- संतोष उत्सुक

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़