अमेरिका के साथ संबध और सुधारना चाहता है पाकिस्तान, पेश की नई योजना
पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंध के लिए रूपरेखा पेश की है।मामले से जुड़े सूत्रों ने ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ को बताया कि जहां तक अमेरिका के साथ रिश्तों की बात है तो पाकिस्तान अपने रुख में ‘‘महत्वपूर्ण बदलाव’’ कर रहा है।
इस्लामाबाद। अमेरिका के साथ संबंधों में ‘‘महत्वपूर्ण बदलाव’’ की मांग करते हुए पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुईद यूसुफ ने अमेरिका के अपने समकक्ष जैक सुलिवान को द्विपक्षीय संबंधों को सुरक्षा तथा रक्षा पर नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था और व्यापार के आधार पर बढ़ाने की रूपरेखा पेश की। मीडिया में आयी एक खबर में बुधवार को यह जानकारी दी गई। इस महीने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) बने यूसुफ ने रविवार को जिनेवा में सुलिवान से मुलाकात की। पहली बार व्यक्तिगत तौर पर उच्च स्तरीय बैठक में पाकिस्तानी और अमेरिकी एनएसए ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक बातचीत की। पूर्व के चलन को तोड़ते हुए यूसुफ ने पाकिस्तानी योजना पेश करते हुए अमेरिका के साथ सुरक्षा और रक्षा पर नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था, व्यापार और कारोबार के आधार पर अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। मामले से जुड़े सूत्रों ने ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ को बताया कि जहां तक अमेरिका के साथ रिश्तों की बात है तो पाकिस्तान अपने रुख में ‘‘महत्वपूर्ण बदलाव’’ कर रहा है।
इसे भी पढ़ें: इजराइल और फलस्तीन के खूनी संघर्ष के बाद अमेरिका बना दुख का साथी!
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जनवरी 2018 में यह कहते हुए पाकिस्तान के साथ सभी सुरक्षा सहयोग निलंबित कर दिए थे कि वह आतंकवाद के खिलाफ इस्लामाबाद के सहयोग और लड़ाई में उसकी भूमिका से संतुष्ट नहीं है। खबर में कहा गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के तहत अमेरिका के साथ संबंधों पर नयी रणनीति बनाने के लिए मार्च में एक शीर्ष समिति का गठन किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि सूत्रों ने बताया कि मुईद एक ‘रूपरेखा’ लेकर जिनेवा गए जिसमें सुरक्षा सहयोग और अफगानिस्तान के इतर अमेरिका के साथ संबंध बढ़ाने की पाकिस्तान की इच्छा जताई गई। बहरहाल अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बाइडन प्रशासन अपनी रणनीतिक प्राथमिकताओं और भारत के साथ करीबी संबंधों को देखते हुए इस रूपरेखा को मंजूर करता है या नहीं। साथ ही पाकिस्तान और चीन के बीच करीबी संबंध भी अमेरिका को पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाने से रोक सकता है। खबरों के मुताबिक, इस बीच सूत्रों ने बताया कि मुईद अपने अमेरिकी समकक्ष से मुलाकात के फौरन बाद वाशिंगटन जा सकते हैं।
अन्य न्यूज़