जॉर्डन की इजराइल को चेतावनी, पश्चिमी पट्टी के विलय से बड़े पौमन पर होगा संघर्ष’

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जर्मन पत्रिका डेर स्पीगेल में शुक्रवार को प्रकाशित साक्षात्कार में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने कहा, ‘‘जो नेता एक राज्य समाधान का समर्थन कर रहे हैं वे यह नहीं समझ रहे कि वास्तव में उसके मायने क्या है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्या होगा अगर फलस्तीन राष्ट्रीय प्राधिकरण (पीएलए) धराशायी हो जाए?

ब्रसेल्स। जॉर्डन के राजा ने इजराइल को चेतावनी दी है कि अगर वह अवैध कब्जे वाली पश्चिमी पट्टी का विलय करता है तो बड़े पैमाने पर संघर्ष होगा।जॉर्डन ने यह चेतावनी शुक्रवार को ऐसे किसी कदम पर यूरोपीय संघ की प्रतिक्रिया पर विचार करने के लिए संघ के विदेश मंत्रियों की हुई बैठक के बीच कही है। उल्लेखनीय है कि इजराइल ने जॉर्डन घाटी में यहूदी बस्तियों के विलय करने की मंशा जताई है अगर ऐसा होता है तो लंबे समय से रुकी पड़ी शांति प्रक्रिया लगभग खत्म हो जाएगी क्योंकि फलस्तीन की स्थापना लगभग असंभव हो जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी पश्चिम एशिया योजना पेश की जिसका इजराइल ने समर्थन किया है जबकि फलस्तीनियों ने इसे खारिज कर दिया है। इस योजना में इजराइल द्वारा यहूदी बस्तियों के विलय को हरी झंडी दी गई है जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने मुखरता से इस कदम का विरोध किया है। 

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जर्मन पत्रिका डेर स्पीगेल में शुक्रवार को प्रकाशित साक्षात्कार में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने कहा, ‘‘जो नेता एक राज्य समाधान का समर्थन कर रहे हैं वे यह नहीं समझ रहे कि वास्तव में उसके मायने क्या है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्या होगा अगर फलस्तीन राष्ट्रीय प्राधिकरण (पीएलए) धराशायी हो जाए? तब क्षेत्र में और अधिक अफरातफरी और कट्टरता होगी। इजराइल अगर वास्तव में वेस्ट बैंक का जुलाई में विलय करता है तो जॉर्डन राज्य से बड़े पैमाने पर संघर्ष होगा।’’ उल्लेखनीय है कि जॉर्डन पश्चिमी देशों का सहयोगी है और अरब के उन दो देशों में शामिल है जिसने इजराइल के साथ शांति समझौता किया है। अब्दुल्ला ने हालांकि, इस सवाल पर टिप्पणी नहीं की कि क्या विलय से इस शांति समझौते पर भी खतरा उत्पन्न होगा। अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘ मैं धमकी देकर महौल को तनावपूर्ण नहीं बनाना चाहता है लेकिन हम सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। हम और कई यूरोपीय देश एवं अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बात कर सहमत है कि पश्चिम एशिया में ताकत का कानून नहीं लागू किया जाना चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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