Singapore में घरेलू सहायिका के यौन उत्पीड़न के जुर्म में भारतीय मूल के व्यक्ति को सजा

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रिपोर्ट के अनुसार, 44 वर्षीय मार्क कलैवानन तमिलारासन को चार आरोपों में दोषी ठहराया गया है, जिनमें गंभीर यौन उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न करने के लिए घर में घुसना, शील भंग करना और एक लोक सेवक का वेश धारण करना शामिल हैं।

सिंगापुर। सिंगापुर में घरेलू सहायिका का यौन उत्पीड़न करने के जुर्म में भारतीय मूल के एक व्यक्ति को 18 साल एहतियातन हिरासत में रखने की सजा सुनाई गयी है। स्थानीय मीडिया की एक रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। आदतन अपराधियों से आम लोगों को बचाने के लिए उन्हें एहतियातन हिरासत में रखने की सजा सुनाई जाती है। ‘चैनल न्यूज एशिया’ की रिपोर्ट के अनुसार, 44 वर्षीय मार्क कलैवानन तमिलारासन को चार आरोपों में दोषी ठहराया गया है, जिनमें गंभीर यौन उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न करने के लिए घर में घुसना, शील भंग करना और एक लोक सेवक का वेश धारण करना शामिल हैं।

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रिपोर्ट के अनुसार, वह जुलाई 2017 में नशे की हालत में एक फ्लैट में घुस गया था औरउसने वहां एक घरेलू सहायिका का यौन उत्पीड़न किया। इससे पहले उसने पीड़िता पर हमला भी किया था। इस घटना से पहले वह दुष्कर्म के मामले में 16 साल की जेल की सजा काटने के बाद रिहा हुआ था। उप लोक अभियोजक च्यू शिन यिंग और शेल्डन लिम ने कलैवानन को अधिकतम 20 साल की एहतियातन हिरासत में रखने की मांग की थी। अदालत ने अपने फैसले में आरोपी को 18 साल की एहतियातन हिरासत में रखने और 12 कोड़े मारने की सजा सुनाई है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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