इमरान खान ने किया पाकिस्तान की न्यायपालिका का अपमान! सिर पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, पार्टी कर सकती है देश का महौल खराब
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर शनिवार को इस्लामाबाद रैली में पुलिस, न्यायपालिका और अन्य सरकारी संस्थानों को धमकी देने के आरोप में आतंकवाद-रोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। इस संबंध में जानकारी रविवार को सामने आई।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सिर पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई हैं। खबरे हैं कि किसी भी वक्त उनकी गिरफ्तारी हो सकती हैं। इमरान खान के उपर पाकिस्तान की न्यायपालिका का अपमान करने का आरोप लगा हैं। इस आरोपों के मुताबिक इमरान खान पर आतंकवाद-रोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। यह कानून काफी गंभीर हैं और इसमें निश्चित ही गिरफ्तारी होती हैं। इमरान खान को गिरफ्तारी से बचाने के लिए उनकी कानूनी टीम सोमवार (22 अगस्त) को अग्रिम जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएगी। गिरफ्तारी से पहले उसे जमानत दी जा सकती है। खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने चेतावनी दी है कि उनका नेता एक "लाल रेखा" है और उन्होंने समर्थकों से उनकी संभावित गिरफ्तारी के विरोध में सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। पीटीआई के सैकड़ों कार्यकर्ता भी रविवार को इमरान खान के इस्लामाबाद आवास के बाहर एकजुटता दिखाने के लिए जमा हुए। इमरान खान पर पिछले शनिवार (20 अगस्त) को इस्लामाबाद में एक रैली में की गई टिप्पणियों को लेकर आतंकवाद विरोधी अधिनियम (आतंकवाद के कृत्यों के लिए सजा) की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कथित तौर पर इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख और एक महिला न्यायाधीश के खिलाफ धमकी दी थी कि उन्होंने अपने करीबी सहयोगी शाहबाज गिल की गिरफ्तारी और कथित यातना का दावा किया था, जो राजद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
इमरान खान की होगी गिरफ्तारी
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर शनिवार को इस्लामाबाद रैली में पुलिस, न्यायपालिका और अन्य सरकारी संस्थानों को धमकी देने के आरोप में आतंकवाद-रोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। इस संबंध में जानकारी रविवार को सामने आई। इससे पहले, पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने रविवार को कहा कि रैली में राज्य के संस्थानों को धमकी देने और भड़काऊ बयान देने के आरोप में सरकार पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मामला दर्ज करने पर विचार कर रही है। खान के खिलाफ शनिवार रात 10 बजे इस्लामाबाद के मारगल्ला थाने में आतंकवाद-रोधी अधिनियम की धारा-7 के तहत मामला दर्ज किया गया।
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पाकिस्तान की न्यापालिका का किया अपमान
इसमें कहा गया कि खान के भाषण ने पुलिस, न्यायाधीशों और देश में भय एवं अनिश्चितता की स्थिति पैदा की। इमरान खान ने शनिवार को यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए शीर्ष पुलिस अधिकारियों, एक महिला मजिस्ट्रेट, पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराने की धमकी दी थी। उन्होंने अपने सहयोगी शहबाज गिल के साथ हुए बर्ताव को लेकर यह चेतावनी दी थी, जिन्हें राजद्रोह के आरोप में पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था। सनाउल्लाह ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख अपने भाषणों में सेना और अन्य संस्थानों को निशाना बनाते रहे हैं और उन्होंने अपने इस अभियान को जारी रखा है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने खान के नए भाषण पर एक रिपोर्ट तैयार की है और वह इस संबंध में आगामी कुछ दिनों में अंतिम निर्णय लेने से पहले महाधिवक्ता तथा कानून मंत्रालय से परामर्श कर रहा है।
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पाकिस्तान की राजनीति में बढ़ी हलचल
इससे पहले पाकिस्तान में मीडिया पर निगरानी रखने वाली संस्था ने सभी उपग्रह टेलीविजन चैनलों पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री खान के भाषणों के सीधे प्रसारण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी। पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) ने शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि टेलीविजन चैनल बार-बार चेतावनी देने के बावजूद ‘‘सरकारी प्रतिष्ठानों’’ के खिलाफ सामग्री के प्रसारण को रोकने में नाकाम रहे हैं। इसमें कहा गया, ‘‘ऐसा देखा गया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान अपने भाषणों/वक्तव्यों में सरकारी प्रतिष्ठानों पर लगातार निराधार आरोप लगा रहे हैं और उकसावे वाले बयानों के जरिए घृणास्पद भाषणों का प्रचार कर रहे हैं, जिससे कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में मुश्किल हो सकती है और इससे सार्वजनिक शांति भंग होने की आशंका है।’’
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