अफगानिस्तान के राष्ट्रपति रहे चुके अशरफ गनी ने देश छोड़ने के फैसले का किया बचाव

Ashraf Ghani

अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने 15 अगस्त को काबुल छोड़ने के अपने कदम का बचाव करते हुए कहा कि देश की राजधानी को खून-खराबे से बचाने के लिए उन्होंने यह रास्ता चुना।

काबुल। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने 15 अगस्त को काबुल छोड़ने के अपने कदम का बचाव करते हुए कहा कि देश की राजधानी को खून-खराबे से बचाने के लिए उन्होंने यह रास्ता चुना। गनी ने ट्वीट कर भ्रष्टाचार के व्यापक आरोपों को खारिज किया और दावा किया वह देश से कोई धन साथ नहीं लेकर गए। उन्होंने कहा कि इस मामले की स्वतंत्र जांच की जानी चाहिए। 

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गनी के अचानक देश छोड़ने की अफगानिस्तान और कई देशों में व्यापक आलोचना हुई थी। वहीं, अमेरिका ने बातचीत के समझौते से पहले ही तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा कर लेने और सरकार के पतन के लिए गनी के देश छोड़ने के कदम को जिम्मेदार ठहराया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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