20 जुलाई दुनिया के इतिहास का सबसे खास दिन! 52 साल पहले आर्मस्ट्रांग और एल्ड्रिन ने रखा था चांद पर कदम
नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर उतरने के 6 घंटे बाद चांद की सतह पर अपने कदम रखे, उन्होनें लगभग ढाई घंटे अंतरिक्ष यान के बाहर बिताया और नील के साथ उनके साथी बज़ एल्ड्रिन भी थे। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने 21.5 किलोग्राम चांद की सामग्री एकत्र की और जांच के लिए पृथ्वी पर सामाग्री को लेकर वापस आए।
“That one small step for man, one giant leap for mankind.” – Neil Armstrong’, 20 जुलाई दुनिया के इतिहास में एक बहुत ही खास दिन माना जाता है। यह वह दिन है जब मनुष्य ने पहली बार 1969 में चांद पर कदम रखा था। आपको बता दें कि जब नील आर्मस्ट्रांग ने पहली बार चांद पर कदम रखा तो उनके पहले यह शब्द पूरे पृथ्वी पर 1969 में इसी दिन सुने गए थे और अब 52 साल बाद यह अभी भी हमारे साथ गूंज रहा है। अपोलो 11 अंतरिक्ष यान जिसमें कमांडर नील आर्मस्ट्रांग और चंद्र मॉड्यूल पायलट, बज़ एल्ड्रिन और माइकल कॉलिन्स सवार थे।
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जानकारी के लिए आपको बता दें कि एलरिडन और आर्मस्ट्रान ने चांद की सतह पर पहली क्रू लैंडिंग की थी, कोलिन्स अंतरिक्ष यात्री थे जिन्होंने चंद्रमा के चारों ओर अपोलो 11 कंमाड स्पेस को उड़ाया था। नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर उतरने के 6 घंटे बाद चांद की सतह पर अपने कदम रखे, उन्होनें लगभग ढाई घंटे अंतरिक्ष यान के बाहर बिताया और नील के साथ उनके साथी बज़ एल्ड्रिन भी थे। दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने 21.5 किलोग्राम चांद की सामग्री एकत्र की और जांच के लिए पृथ्वी पर सामाग्री को लेकर वापस आए। बता दें कि अंतरिक्ष यात्रियों की 24 जुलाई को पृथ्वी पर वापसी हुई थी।
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बता दें कि इस चांद मिशन का लाइव प्रसारण आसपास के लाखों लोगों ने देखा था। मिशन की सफलता के बाद नासा ने लैंडिंग को समय की सबसे बड़ी तकनीकी उपलब्धि बताई थी। 20 जुलाई का इतिहास न केवल अमेरिका के इतिहास में बल्कि दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक जाना गया।
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