गर्भावस्था में कर रही हैं योगासन तो इन बातों को ना करें नजरअंदाज
योगा एक्सपर्ट बताते हैं कि वैसे तो योगासन गर्भावस्था में होने वाली कई तरह की समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार हैं, लेकिन फिर भी अगर आप योगाभ्यास शुरू कर रही हैं तो यह जरूरी है कि इसके लिए आप पहले अपनी गायनेकॉलाजिस्ट से सलाह अवश्य लें।
गर्भावस्था में भी महिला को स्वयं को और अपने गर्भस्थ शिशु को चुस्त व तंदरूस्त बनाए रखने के लिए फिजिकली एक्टिव होना बेहद आवश्यक है। आमतौर पर इसके लिए महिलाएं योगासन का सहारा लेतीे हैं। यह उन्हें फिजिकली ही नहीं, मेंटली भी फिट बनाता है। लेकिन गर्भावस्था में योग करना इतना भी आसान नहीं है। अगर जरूरी सावधानियों को ना बरता जाए तो इससे आपको विपरीत परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी ही सावधानियों के बारे में बता रहे हैं−
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डॉक्टर से लें सलाह
योगा एक्सपर्ट बताते हैं कि वैसे तो योगासन गर्भावस्था में होने वाली कई तरह की समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार हैं, लेकिन फिर भी अगर आप योगाभ्यास शुरू कर रही हैं तो यह जरूरी है कि इसके लिए आप पहले अपनी गायनेकॉलाजिस्ट से सलाह अवश्य लें। दरअसल, हर महिला की प्रेग्नेंसी कॉम्पलिकेशन अलग होती हैं और इसलिए पहले डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है।
करें एक्सपर्ट की देख−रेख में
भले ही आपको योगासनों का अभ्यास हों या फिर आप बिगनर हों, यह बेहद आवश्यक है कि आप किसी योगा गुरू की उपस्थित मिें ही योगासन करें। योगा गुरू कहते हैं कि गर्भावस्था के अलग−अलग चरणों में अलग तरह से योगाभ्यास किया जाता है। इसलिए जो योगासन आप पहली तिमाही में जिस तरह से कर रही थीं, जरूरी नहीं है कि आखिरी तिमाही में भी उसे वैसे ही किया जाए। इतना ही नहीं, कई बार महिला की स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखकर योगासनों को मोडिफाइड भी किया जाता है। इसलिए एक्सपर्ट की सलाह व उसकी उपस्थित मिें ही योगासन करें।
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करें आसान योगासन
अगर आप गर्भावस्था में योगासन कर रही हैं तो हमेशा आसान योगासन करने की कोशिश करें। इस अवस्था में आप ताड़ासन से लेकर वज्रासन आदि योगासन व मेडिटेशन बेहद आसानी से कर सकती हैं। लेकिन आपको ऐसे योगासनों को करने से बचना चाहिए, जो बहुत जटिल हों या फिर जिनके अभ्यास के दौरान आपके पेट पर अतिरिक्त जोर पड़े। इसके अलावा, पेट के बल लेटकर किए जाने वाले आसन भी आपको इस दौरान नहीं करने चाहिए।
सही हो ब्रीदिंग तकनीक
योगासन में आपको बॉडी पॉश्चर के अलावा ब्रीदिंग तकनीक पर भी ध्यान देना होता है। इसलिए अगर आप गर्भावस्था में योगासन कर रही हैं तो आपको ऐसे योगासन नहीं करने चाहिए, जिसमें आपको सांसों को रोकना या फिर जोर−जोर से सांस लेनी पड़े।
- मिताली जैन
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