International Yoga Day 2024 । शारीरिक और मानसिक तनाव से राहत पाने के लिए करें Shashankasana का अभ्यास

Shashankasana
Prabhasakshi
एकता । Jun 20 2024 3:51PM

मानसिक और भावनात्मक लाभों की बात करें तो ये मन पर शांत प्रभाव डालता है, चिंता और तनाव को कम करता है। यह शांत और स्पष्टता की भावना लाकर एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता है। यह मुद्रा विश्राम और शांति की स्थिति को प्रेरित करके भावनात्मक स्थिरता को बढ़ावा देती है।

शशांकासन, जिसे खरगोश मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है, एक आरामदायक आगे की ओर झुकने वाला योग आसन है। 'शशांकासन' नाम संस्कृत के शब्द शशांक जिसका अर्थ है चंद्रमा या खरगोश और आसन जिसका अर्थ है मुद्रा से लिया गया है। यह आसन अपने शांत करने वाले प्रभावों के लिए जाना जाता है, जो आराम की मुद्रा में लेटे हुए खरगोश जैसा दिखता है।

शशांकासन कैसे करें?

वज्रासन (वज्र मुद्रा) में बैठकर इस आसान को करने की शुरुआत करें। अब अपने हाथों को अपने घुटनों पर रखें और फिर घुटनों को जितना खोल सकते हैं खोल लें। इस दौरान ध्यान रखने की आपके पैरों के अंगूठे आपस में मिले हों। इसके बाद अपने दोनों हाथों को अपने घुटने के बीच रखें और सांस बाहर की और छोड़ते हुए हाथ को जमीन पर आगे की ओर सरकाते हुए अपने शरीर को आगे लेकर जाएं। इस दौरान अपने हाथों को एक दूसरे की सिधाई में रखना है और आपकी थुड़ी जमीन पर लगी होनी चाहिए। सामान्य रूप से साँस लेते हुए थोड़ी देर इस आसान को बनाए रखें और फिर गहरी साँस लें और वापस शुरुआती स्थिति में आ जाएं।

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शशांकासन के लाभ?

शशांकासन करने से कई शारीरिक लाभ मिलते हैं। यह आसन पीठ, कंधों और गर्दन में तनाव को दूर करने में मदद करता है। यह रीढ़ की हड्डी को हल्का खिंचाव देता है, जिससे लचीलापन बढ़ता है। आगे की ओर झुकने से पेट के अंगों की मालिश होती है, जिससे पाचन में सहायता मिलती है। यह विश्राम को बढ़ावा देकर और तनाव को कम करके थकान को कम करने में मदद करता है। इसके मानसिक और भावनात्मक लाभों की बात करें तो ये मन पर शांत प्रभाव डालता है, चिंता और तनाव को कम करता है। यह शांत और स्पष्टता की भावना लाकर एकाग्रता में सुधार करने में मदद करता है। यह मुद्रा विश्राम और शांति की स्थिति को प्रेरित करके भावनात्मक स्थिरता को बढ़ावा देती है। यह गर्दन और कंधों में तनाव को कम करके सिरदर्द को कम करने में मदद कर सकता है। सोने से पहले इस मुद्रा का अभ्यास करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार और अनिद्रा को कम करने में मदद मिल सकती है।

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किन लोगों को नहीं करना चाहिए शशांकासन?

घुटने की चोट या गंभीर घुटने के दर्द वाले व्यक्तियों को इस मुद्रा को करने से बचना चाहिए या फिर सावधानी से इसका अभ्यास करना चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों को पीठ की गंभीर समस्या है, उन्हें इस आसन को करने से पहले किसी स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से सलाह लेनी चाहिए। गर्भवती महिलाओं को आगे की ओर झुकने से बचना चाहिए और इस आसन का अभ्यास करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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