Mahashivratri 2022: शिवजी को अतिप्रिय है बेलपत्र, इसके सेवन से दूर हो सकती हैं कई गंभीर बीमारियाँ, ऐसे करें इस्तेमाल

bel patra

आयुर्वेद के अनुसार बेल एक औषधीय पौधा है। इसके फल, जड़, पत्ता और शाखा को दवाइयों बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बेलपत्र में टैनिन, फ्लेवोनॉयड्स और कौमारिन नामक तत्व पाए जाए हैं तो कई बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं। बेलपत्र के इस्तेमाल से कई बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है।

हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक महाशिवरात्रि का पर्व 1 मार्च को मनाया जाएगा। यह दिन शिव भक्तों के लिए बहुत खास होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना करने हैं और उन्हें बेलपत्र अर्पित करते हैं। मान्यताओं में अनुसार, बाबा भोलेनाथ को बेलपत्र अतिप्रिय है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बेलपत्र को देव का प्रतीक माना जाता है।

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बेलपत्र ना केवल धार्मिक महत्व है, बल्कि आयुर्वेदिक महत्व भी है। आयुर्वेद के अनुसार बेल एक औषधीय पौधा है। इसके फल, जड़, पत्ता और शाखा को दवाइयों बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बेलपत्र में टैनिन, फ्लेवोनॉयड्स और कौमारिन नामक तत्व पाए जाए हैं तो कई बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं। बेलपत्र के इस्तेमाल से कई बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है। आज के इस लेख में हम आपको बेलपत्र के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं -

डायबटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद

बेल के पत्ते का सेवन डायबटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें लैक्सटिव गुण पाए जाते हैं जिससे इंसुलिन के उत्पादन में बढ़ावा मिलता है। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है। 

अस्थमा को ठीक करने में मददगार 

बेल के पत्ते अस्थमा के मरीजों के लिए वरदान के समान है। बेल के पत्तों से एक ख़ास प्रकार का तेल निकलता है, जिससे अस्थमा सहित साँस की अन्य बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती हैं।

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पेट साफ़ करे

बेल के पत्तों का सेवन करने से पाचन क्रिया बेहतर रूप से काम करती है। इसके पत्तों को नमक और काली मिर्च के साथ चबाने से कब्ज की समस्या दूर होती है। यह आंत से विषाक्त पदार्थों को निकालकर पेट को साफ करता है।

उल्टी-दस्त रोके 

उल्टी-दस्त में भी बेल के पत्ते लाभकारी साबित होते हैं। इसमें टैनिन नामक तत्व मौजूद होता है जिससे दस्त को ठीक करने में मदद मिलती है। बेल के पत्ते को सुखाकर इसका चूर्ण बनाकर खाने से दस्त को जल्दी ठीक करने में मदद मिलती है। आप चाहें तो इसके कच्चे पत्तों को भी चबा सकते हैं। 

संक्रमण से बचाव 

बेल के पत्तों का सेवन करने से कई तरह के संक्रमणों का इलाज करने में मदद मिलती है। इसके पत्तों में एंटी-फंगल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं, जिससे कई संक्रमणों को ठीक करने में मदद मिलती है।

- प्रिया मिश्रा 

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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