बिज़नेस के लिए मोदी सरकार बिना गारंटी दे रही है 50000 का लोन, ब्याज में 2 प्रतिशत की सब्सिडी
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। सरकार के इस फैसले के बाद अब देश के किसी भी हिस्से में छोटे उद्यमी या फिर रेहड़ी-पटरी लगाकर कारोबार शुरू करने वाले लोगों को सरकारी मदद मिल सकेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में बुधवार को कई बड़े फैसले लिए गए। इस बैठक में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 50000 तक कर्ज लेने वाले लोगों को मोदी सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने बुधवार को अपनी प्रमुख योजना प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत शिशु कर्ज श्रेणी के कर्जदाताओं को 2 प्रतिशत ब्याज सहायता देने को मंजूरी दी। शिशु श्रेणी के अंतर्गत लाभार्थियों को 50,000 रुपये तक कर्ज बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएमएमवाई के तहत शिशु कर्ज श्रेणी के कर्जदाताओं को 2 प्रतिशत ब्याज सहायता देने को मंजूरी दी है। पात्र कर्जदाताओं को 31 मार्च 2020 तक के बकाया ऋण पर ब्याज सहायता 12 महीने के लिये मिलेगी। देश में ऐसे लाभार्थियों की संख्या करीब 9.37 करोड़ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ अप्रैल 2015 को पीएमएमवाई की शुरूआत की थी। इसके तहत 10 लाख रुपये तक का कर्ज लघु एवं सूक्ष्म उद्यमों को दिया जाता है। मुद्रा कर्ज के नाम से चर्चित यह ऋण वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, छोटी राशि के कर्ज कर्ज देने वाले संस्थान (एमएफआई) और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां देती हैं।
इसे भी पढ़ें: क्या है एक देश-एक राशन कार्ड योजना और इससे किसको कैसे मिलेगा फायदा?
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। सरकार के इस फैसले के बाद अब देश के किसी भी हिस्से में छोटे उद्यमी या फिर रेहड़ी-पटरी लगाकर कारोबार शुरू करने वाले लोगों को सरकारी मदद मिल सकेगी। इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ उन लोगों को होगा जो इस लॉकडाउन के दौरान अपना कारोबार ठप कर चुके है या जिनकी कारोबार कम हो गई है। आपको बता दें कि सरकार द्वारा 50000 तक दिए जाने वाले इस लोन को शिशु लोन कहा जाता है। सरकार ने ब्याज सब्सिडी का लाभ देने के लिए 1,540 करोड़ रुपए खर्च करने की घोषणा भी की है। इस लोन के जरिए सरकार का उद्देश्य ठेले, रेहड़ी-पटरी लगाने वाले और छोटे दुकानदारों को बड़ी राहत देना है जो पहले साहूकारों से ऊंची ब्याज दर पर व्यापार के लिए कर्ज लेते थे। माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी यानी की मुद्रा योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्मॉल लोन कार्यक्रम है।
आपको यह बात स्पष्ट होनी चाहिए कि इस योजना का मकसद छोटे स्तर पर व्यापार करने वाले लोगों की ही मदद करना है। इसीलिए इस योजना के तहत सिर्फ छोटे व्यापारियों को ही लोन मिल सकता है। बड़े कारोबारी इस योजना के तहत किसी भी प्रकार की मदद नहीं ले सकते हैं। हालांकि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को तीन चरणों में बांटा गया है। सरकार इस योजना के तहत तीन चरणों में लोन दे रही है। सरकार ने इसे शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन में बांटा है। शिशु लोन के तहत ही सरकार ₹50000 तक का लोन दे सकती है। जबकि किशोर लोन के तहत 50 हजार से 5 लाख रुपये तक के कर्ज दिए जाते है। वही तरुण लोन के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपये तक के कर्ज ले सकते है। हालांकि सरकार ने फिलहाल सिर्फ शिशु लोन पर ही राहत देने की बात कही है।
इसे भी पढ़ें: सुकन्या समृद्धि योजना सँवारेगी बिटिया का भविष्य, इस तरह उठाएं योजना का लाभ
आपकों यह बता देते हैं कि आखिर आप इस योजना का लाभ कैसे उठा सकते हैं। मुद्रा योजना के तहत लोन लेने के लिए आपको सरकारी या किसी बैंक की शाखा में आवेदन देना होगा। इसके अलावा अगर आप स्वयं का ही कारोबार शुरू करना चाहते है तो आपको मकान के मालिकाना हक किया या किराए का दस्तावेज, काम से जुड़ी जानकारी, आधार नंबर, पैन नंबर सहित और भी महत्वपूर्ण दस्तावेज देने पड़ सकते है। लोन देने से पहले बैंक के मैनेजर आपसे कामकाज के बारे में जानकारी ले सकता है। इसी के बाद आपके लोन को वह मंजूर कर करेगा। आपको यह स्पष्ट होना चाहिए कि लोन के लिए कोई प्रोसेसिंग चार्ज भी नहीं लिया जाता है। कोई भी व्यक्ति जो अपना व्यवसाय शुरू करना चाहता है, वह लोन ले सकता है। लोन लेने वाले को एक मुद्रा कार्ड मिलता है। PMMY के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं: http://www.mudra.org.in/
- अंकित सिंह
अन्य न्यूज़