नरेंद्र मोदी ने बढ़ाई दुनिया में भारत की साख और धाक
जी 20 में भारत की इस कामयाबी के बाद पूरी दुनिया ने मोदी जी की कुशलता का लोहा माना। जहां सम्मेलन से पहले भारत पर दोनों ओर से बहुत दबाव था। इसमें एक ओर अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी देश थे तो दूसरी ओर रूस और चीन।
स्वयंसेवक से प्रधानसेवक तक की यात्रा के सफल सारथी भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वनायक के रूप में भारत की साख और धाक दुनिया में स्थापित की है। 17 सितंबर को जब देश के अधिकांश हिस्से में निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जाती है, तो इसी दिवस को आधुनिक भारत के विश्वकर्मा के रूप में नरेंद्र मोदी का भी जन्मदिन मनाया जाता है। आज के समय में भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया में अगर कोई सबसे ज्यादा लोकप्रिय हस्ती है तो वह हैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। वैश्विक नेताओं के बीच सर्वोच्च स्थान बनाते हुए उन्होंने भारत को भी शिखर तक पहुंचाया है। दुनिया की सबसे लोकप्रिय राजनीतिक हस्तियों में शामिल नरेंद्र मोदी का नाम उनके व्यक्तित्व, कार्यशैली, दृढ़निश्चय और क्षमता के कारण न सिर्फ भारत में, बल्कि विश्व पटल पर गूंज रहा है। विदेशों में लगभग 3.50 करोड़ भारतीय मूल के लोग रहते हैं, लेकिन उनकी चिंता किसी ने की तो नरेंद्र मोदी ने की और सभी के लिए भारत सरकार ने एक नीति बनाई, जिससे दूसरे देशों में रहनेवाले भारत के लोगों को एक पहचान मिली। वंदे भारत मिशन के तहत संकटकाल के समय 70 लाख देशवासियों को सुरक्षित भारत लाया गया। हाल ही में चंद्रयान-3 की सफलता से दुनिया दंग हो गई और भारत की ताकत का लोहा माना।
आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुए तमाम सर्वेक्षणों में नरेंद्र मोदी को दुनिया के सबसे लोकप्रिय और ताकतवर नेता के रूप में शामिल किया गया। हाल ही में हुए मॉर्निंग कंसल्ट के एक सर्वेक्षण में 76 प्रतिशत अनुमोदन रेटिंग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार पुनः दुनिया के 'सबसे लोकप्रिय' नेता के रूप में उभरे हैं। “ग्लोबल लीडर अप्रूवल" सर्वेक्षण के अनुसार, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी पिछले कुछ सालों से लगातार सर्वेक्षण में टॉप पर बने हुए हैं।
हाल ही में जी 20 की बैठक का ऐतिहासिक होना इस बात का प्रमाण है कि मोदी जी का व्यक्तित्व और भारत की गौरवगाथा को पूरी दुनिया ने न केवल स्वीकार किया है, बल्कि उसके प्रति सम्मान भी दिया है । यूं तो 2014 के बाद एक बड़ा बदलाव सामने आया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण वैश्विक स्तर स्तर पर भारत की ताकत काफी बढ़ी है। विदेश में भारत ताकतवर होकर उभरा है। चाहे यूक्रेन युद्ध के समय वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने का मसला हो या कोविड के दौरान दुनिया भर में टीका भेजने की पहल, इन सबमें नरेंद्र मोदी की वैश्विक छवि और भी निखर कर सामने आई है। एक बड़ा बदलाव यह भी आया कि अब तक वैश्विक कार्यक्रम और वैदेशिक नीति आम जनता तक नहीं जाती थी। जब भारत में सबसे बड़ा कूटनीतिक कार्यक्रम हुआ, जिसमें विश्व के तमाम ताकतवर नेता जुटे। इससे हर भारतवासी न सिर्फ अवगत हुआ, बल्कि गौरवान्वित भी हुआ। जी 20 बैठक के दौरान दुनिया को भारत की धरोहर और संस्कृति से अवगत कराकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का नाम और ऊँचा किया। दुनिया के सभी ताकतवर राष्ट्राध्यक्षों को खादी के गमछों के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए लाना अपने आप में अद्भुत घटना रही ।
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जी 20 में भारत की इस कामयाबी के बाद पूरी दुनिया ने मोदी जी की कुशलता का लोहा माना। जहां सम्मेलन से पहले भारत पर दोनों ओर से बहुत दबाव था। इसमें एक ओर अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी देश थे तो दूसरी ओर रूस और चीन। यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिकी पक्ष का अपना आग्रह था और रूस का अपना। लेकिन, मोदी जी इस दबाव के सामने न तो झुके और न ही अपनी नीतियों से समझौता किया, बल्कि अपने हिसाब से चीजें तय कीं। इसमें उन्होंने सफलता भी हासिल की। आज पूरी दुनिया में मोदी को सम्मान से देखा जाता है और उन्हें एक मजबूत नेता के रूप में स्वीकार किया गया है। सबसे बड़ी बात यह रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका और अन्य विकासशील देशों की आवाज बनकर आए और अफ्रीकी यूनियन को भी जी-20 में सम्मिलित कराकर विश्व में अपना प्रभाव छोड़ा। ब्राजील के हाथ में अगली बैठक की अध्यक्षता का दायित्व सौंपकर उन्होंने विश्व को ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश दिया।
प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कि जिस ब्रिटेन ने हम पर दो सौ वर्षों तक राज किया, उसे पछाड़कर भारत दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था बनकर अपने सामर्थ्य को दिखाया है। आज स्टील उत्पादन में हम दुनिया में दूसरे स्थान पर हैं, ऑटोमोबाइल में भारत तीसरे स्थान पर है। आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर टिकी रहती है। कोरोना काल में लगातार देशवासियों के साथ-साथ विश्व समुदाय के साथ सामंजस्य बनाने वाले और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुनिया भर में लोकप्रियता में वृद्धि हुई है।
नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व ही उनको दूसरे राजनीतिज्ञों से अलग बनाता है। 26 मई 2014 को सत्ता में आते ही मोदी सरकार ने अन्य देशों के साथ संबंधों को नया आयाम देने की दिशा में कार्य करना आरम्भ कर दिया था। अपने पड़ोसियों से संबंध सुधारना मोदी सरकार की विदेश नीति के केन्द्र में रही है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अथक मेहनत से दुनिया का नजरिया भारत के प्रति बदला है। स्मरणीय हो कि नरेंद्र मोदी ने प्रथम दिन से ही विदेश नीति पर काम करना शुरू कर दिया था। मोदी जी के प्रयास से योग को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाया जाता है। भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग जैसे मुद्दों पर अग्रणी रहकर कार्य कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां तेजी से बदलती रहती है। उसके अनुरूप अपनी नीतियों में फेरबदल करना भी आवश्यक हो जाता है। इसके लिए लचीलेपन एवं कठोर, दोनों ही नीतियों की आवश्यकता होती है। अतीत में भारतीय विदेश नीति में इसका अभाव दिखा, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति व्यावहारिक मोर्चे पर पूरी तरह परिपक्व रही है। प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति में पड़ोसियों को प्राथमिकता देने का सिलसिला शुरू हुआ, जिससे इन देशों को लेकर भारत की दृष्टि बदली है। विदेश नीति में आया यह बदलाव उपयुक्त एवं तार्किक है, क्योंकि सदा परिवर्तनशील विदेश नीति को किसी एक लकीर के हिसाब से नहीं चलाया जा सकता है। समय और विषय के हिसाब से निर्णय लेने होते हैं। तभी राष्ट्रीय हितों की पूर्ति संभव हो सकेगी। मोदीजी के नेतृत्व में भारत सरकार की विदेश नीति इसी व्यवहारिक राह पर चल रही है। मोदीजी के कारण भारत की विदेश नीति सफल रही है और व्यवहारिक रणनीति पर काम हुआ है। भारत सरकार तमाम दबावों को दरकिनार करते हुए व्यावहारिक विदेश नीति की राह पर चल रही है। हर वैश्विक मामलों में अपना नजरिया साफ करने की ताकत सिर्फ भारत को है।
इस समय अमेरिका, रूस, इजरायल, जापान, फ्रांस, जर्मनी, आस्ट्रेलिया जैसे कई देशों से भारत के मधुर संबंध है। हम सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले तीसरे राष्ट्र बने। आने वाले समय में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का विश्वगुरु बनना निश्चित है। आज उनके जन्मदिन पर उनके सुखद, स्वस्थ, सफल एवं यशस्वी जीवन की अनंत मंगलकामनायें संपूर्ण देशवासी कर रहे हैं।
डॉ. राकेश मिश्र
(पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महाकौशल)
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