प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले फिलहाल क्या करें?

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व्यायाम के माध्यम से खुद को तंदुरुस्त रखने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि फिजिकल एक्टिविटी के नाम पर इस वक्त आप कम्युनिटी में खेल भी नहीं सकते, इसलिए यह और ज्यादा इंपॉर्टेंट हो जाता है कि अपनी दिनचर्या को नियमित रखते हुए तन को स्वस्थ रखा जाए।

ऐसे लाखों बच्चे होंगे जो मन में सपने सजाये होंगे कि 12वीं के बाद वह किसी इंजीनियरिंग या मेडिकल संस्थान में दाखिला लेंगे और कॅरियर के पड़ाव में अगला कदम रखेंगे। मुसीबत यह है कि कोविड-19 के काल ने हर एक की योजनाओं पर कुठाराघात कर दिया है।

सबसे मुश्किल उन बच्चों के सामने है, जिन्होंने 12वीं का एग्जाम देकर सुनहरे कॅरियर के सपने संजोए थे। इस समय वह किंमकर्तव्यविमूढ़ हो गए हैं। 

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ऐसे में उन्हें एक्जैक्टली क्या करना चाहिए, आइए एक दृष्टि डालते हैं-

तन और मन को रखें स्वस्थ

जी हां! किसी भी प्रकार की चिंता करने की बजाय आपको खुद को स्वस्थ रखना कहीं ज्यादा आवश्यक है। आगे क्या होगा, कौन सा कॅरियर आप चुनेंगे, इसको लेकर बेवजह का तनाव आपको नहीं लेना चाहिए। 

बल्कि, इसकी बजाय आपको जितना संभव हो व्यायाम के माध्यम से खुद को तंदुरुस्त रखने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि फिजिकल एक्टिविटी के नाम पर इस वक्त आप कम्युनिटी में खेल भी नहीं सकते, इसलिए यह और ज्यादा इंपॉर्टेंट हो जाता है कि अपनी दिनचर्या को नियमित रखते हुए तन को स्वस्थ रखा जाए। 

इसी प्रकार यह अवस्था ऐसी है कि मन भटकाव के दौर में गुजरता है, इसलिए हर किसी के घर में गीता रामायण जैसी किताबें भी होती हैं, उसका अध्ययन करके आप अपने मन को शांत और स्थिर रखने का प्रयत्न करें। ऑनलाइन भी कई सारी बुक्स उपलब्ध हैं, यहां तक कि ऑडियो और वीडियो बुक्स का भी आप सहारा ले सकते हैं, लेकिन आवश्यक है कि तन और मन को पूरी तरह से स्वस्थ रखा जाए। 

जल्दबाजी में ना करें ऑनलाइन कोर्स में दाखिला लेने का फैसला

कई बार बच्चे जल्दबाजी में तमाम कोर्सेज में एडमिशन लेने का फैसला कर बैठते हैं। वर्तमान में कई सारी कोचिंग संस्थाएं और दूसरे एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ऑनलाइन ट्रेनिंग और कोचिंग देने के नाम पर भारी-भरकम फीस वसूलने लगे हैं, पर विडंबना यह है कि ऑनलाइन ट्रेनिंग देने की उनके पास खुद बेसिक सुविधाएं नहीं हैं। 

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कइयों के पास, उनके शिक्षक ऑनलाइन ट्रेनिंग देने में और काउंसलिंग करने में दक्ष ही नहीं हैं, और ना ही उनके पास इससे संबंधित बढ़िया इंफ्रास्ट्रक्चर है। ऐसे में अगर आप जल्दबाजी में किसी इंस्टिट्यूट के ऑनलाइन कोर्स में एडमिशन लेने का फैसला लेते हैं तो कहीं ना कहीं बाद में आपको निराशा हाथ लगेगी। 

इसकी बजाय आवश्यक है कि इंटरनेट पर पहले सम्बंधित संस्थान का फ्री डेमो देखने का प्रयत्न करें और फ्री डेमो से अगर संतुष्ट हो जाते हैं तो पार्टिकुलर संस्थान के बारे में रिव्यू देखें। इसके बाद आप प्राइस कंपैरिजन करके किसी निश्चित कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। लेकिन यह समझना आवश्यक है कि दाखिला लेने के पश्चात आप उपयुक्त कोर्स का कितना यूटिलाइजेशन कर सकेंगे, सिर्फ एडमिशन लेने के लिए पैसे और समय की बर्बादी न करें, बल्कि उसका उपयोगी होना सुनिश्चित करें।

विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आप ध्यान रखकर फैसला लेते हैं तो उसका बेहतर उपयोग आप आसानी से सुनिश्चित कर सकेंगे। 

सेल्फ स्टडी है आवश्यक

ध्यान रहे ऑनलाइन कोर्सेज में आप चाहे जितना जोर लगा लें, किंतु अगर आप सेल्फ स्टडी नहीं करते हैं तो कहीं ना कहीं आपके सामने समस्या आ सकती है। इसीलिए आवश्यक है कि आप खुद से भी स्टडी अवश्य करें। खासकर तब, जब आप कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स का माइंडसेट और लक्ष्य अपने पास रखते हैं। 

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इसके अतिरिक्त, आप बेशक अपने मेंटर्स से मिल नहीं पाते हैं, किंतु आप उन्हें अवश्य ही फोन कर सकते हैं, उनसे सजेशंस ले सकते हैं और उसी के अनुसार बिना किसी तनाव के आगे की योजनाओं पर कार्य कर सकते हैं। 

ध्यान रखें, दुनिया में ऐसा कोई संकट नहीं हुआ है, जिससे इंसान मुकाबला न कर सका हो। यह संकट भी टल ही जाएगा और आपके सामने पुनः प्रस्तुत होगा एक बेहतर भविष्य में कदम बढ़ाने का अवसर! 

लेकिन तब तक कोई जरूरी है कि आप उसके लिए स्वस्थ रहकर समुचित तैयारी कर लें।

- मिथिलेश कुमार सिंह

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